‘‘छत्तीसगढ़ रिपोर्टर’’ के खुलासों का असर राष्ट्रीय अखबारों एवं न्यूज चैनलों पर भी होता है, क्योंकि ‘‘छत्तीसगढ़ रिपोर्टर’’ विशेष खोजी रिपोर्ट साक्ष्य तथ्य और पुख्ता प्रमाण के साथ प्रकाशित करता है। उसे राष्ट्रीय अखबार भी गंभीरता से लेते हैं और अपने-अपने स्तर पर समाचार प्रकाशित करते हैं। ‘‘छत्तीसगढ़ रिपोर्टर’’ ने 27 जनवरी से 2 फरवरी 2014 के अंक में ‘‘कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले में दर्जनों जा सकते हैं जेल’’ ‘‘छत्तीसगढ़ रिपोर्टर’’ के लगातार खुलासे के बाद हरकत में आई सरकार, दबाव में बड़ी कार्रवाई की तैयारी, के शीर्षक से 14 पृष्ठों में समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें कोयला मंत्रालय ने किन-किन कंपनियों पर क्या-क्या कार्रवाई की और किस कंपनियों को बचाने में लगे है आदि के साथ कुल 286 कंपनियों के विस्तृत रिपोर्ट 14 पृष्ठों में चाैथा बड़ा खुलासा किया था उसे दिल्ली के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक ‘‘पंजाब केसरी’ ने अपने सभी संस्करण के मुख्य पृष्ठ पर दिनांक 3 फरवरी से 26 फरवरी 2014 तक लगातार भागवत जायसवाल, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) के नाम के साथ राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक ‘‘छत्तीसगढ़ रिपोर्टर’’ का भी उल्लेख करते हुए 23 दिन तक मुख्य पृष्ठ पर क्रमश: समाचार प्रकाशित किया था , जो राष्ट्रीय हिन्दी पत्रकारिता जगत के इतिहास में पहली बार हुआ हैे।