देश के नं. 1 मुख्यमंत्री लाचार क्यों?
भागवत जायसवाल, बिलासपुर (छ.ग.)
‘‘छत्तीसगढ़ रिपोर्टर’’ ने 7 से 13 मार्च 2005 के अंक में ‘‘सिंचाई ठेके में 150 करोड़ का घोटाला’’ देश के नं. 1 मुख्यमंत्री लाचार क्यों? के शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था, छत्तीसगढ़ की डॉ. रमन सरकार इन दिनों बहुचर्चित हैदराबाद के प्रसाद एण्ड कंपनी के एक समूह पर भारी मेहरबान है। इस कम्पनी के समूह को एक-एक कर लगभग 1 हजार करोड़ रूपए के ठेके दिये जा चुके हैं और देने का सिलसिला जारी है। मालूम हो कि तत्कालीन जोगी सरकार के समय प्रसाद एण्ड कम्पनी को खरसिया शाखा नहर निर्माण निविदा कार्य में 100 करोड़ रूपए के घोटाले के बाद निर्माण कार्य में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर भाजपा के कई नेताओं ने विधानसभा में भारी हंगामा किया था। साथ ही सी.बी.आई जांच की मांग भी की गई थी। जोगी शासन काल में विधानसभा चुनाव के समय आनन-फानन में 5 बड़े निविदा में धांधली कर करोड़ों रूपये का चुनावी चंदा मुहैया कराने के आरोप पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पर तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष एवं वर्तमान भाजपा सांसद नंदकुमार साय ने लगाते हुए मुख्य चुनाव आयोग, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा छत्तीसगढ़ के राज्यपाल से शिकायत की थी। जिसके कारण इन निविदाओं पर रोक लगा दी गई। सूत्रों के मुताबिक जब डॉ. रमन सिंह की सरकार बनी तो भाजपा के एक वरिष्ठ नेता व एक केन्द्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री पर दबाव डालकर इन टेंडरों की स्वीकृति हैदराबाद के प्रसाद एण्ड कंपनी के एक समूह को दिलाई थी। इस कार्य में लगभग 150 करोड़ के घोटाले का अनुमान है। जिसकी विस्तृत रिपोर्ट ‘‘छत्तीसगढ़ रिपोर्टर’’ ने प्रकाशित किया उसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी सिंचाई ठेकों को निरस्त कर दिया था ।