छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
प्रयागराज 13 अप्रैल 2023। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने माफिया अतीक अहमद के 15 करीबियों के ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी की। इसमें माफिया की 100 से ज्यादा बेनामी संपत्तियां मिली हैं। 50 शेल कंपनियों के जरिए अतीक अहमद काली कमाई को खपाने के सबूत मिले हैं। छापे में नोट गिनने की 2 मशीनें, करीब एक करोड़ रुपए कैश, 200 संदिग्ध बैंक खाते और बड़ी मात्रा में जेवरात भी मिले हैं। ईडी के छापे में 50 करोड़ के संदिग्ध लेनदेन के भी सबूत मिले हैं। बुधवार की सुबह 11 बजे से शुरू हुई छापे की कार्रवाई अभी जारी है। अतीक के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज केस में यह कार्रवाई की है।
स्रोत की जानकारी न दे पाने पर नकदी सीज
बिल्डर संजीव अग्रवाल के सिविल लाइंस में एल्गिन रोड व कार शोरूम मालिक दीपक भार्गव के धूमनगंज सुलेमसराय स्थित घर व प्रतिष्ठानों में तलाशी के दौरान एक करोड़ नकद मिले। स्रोत की जानकारी न दे पाने पर टीम में शामिल अफसरों ने नकदी सीज कर दी। बिल्डर के घर के साथ ही एसपी मार्ग स्थित उसके जिम व कार्यालय पर भी घंटों तलाशी अभियान चलाया गया। उधर, दीपक के सुलेमसराय और सिविल लाइंस स्थित कार शोरूम पर भी छापा मारकर कुछ दस्तावेज कब्जे में लिए गए।
इनके घरों पर भी पहुंची टीमें
उधर माफिया के करीबी और उमेश पाल हत्याकांड में सजायाफ्ता प्रीतम नगर निवासी खान शौलत हनीफ के अलावा लूकरगंज निवासी माफिया के अकाउंटेंट सीताराम शुक्ला, कालिंदीपुरम निवासी खालिद जफर, करेली निवासी मोहसिन व काली, भीटी निवासी वदूद के घर पर भी छापा मारा गया। इसके अलावा कौशाम्बी की चायल विधान सभा क्षेत्र के पूर्व बसपा विधायक आसिफ जाफरी समेत छह अन्य के आवास पर भी ईडी की टीम पहुंची। यहां कार्रवाई के दौरान बहुमूल्य गहने मिले। इसके अलावा बड़ी संख्या में सैकड़ों संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं। इनमें जमीनों के अलावा कई कंपनियों से भी जुड़े कागज शामिल रहे। सूत्रों का कहना है कि कार्रवाई के दौरान 100 करोड़ की बेनामी संपत्तियों का पता चला है। यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है, क्योंकि कार्रवाई देर शाम तक चल रही थी।
आर्थिक मदद करने की बात आई है सामने
सूत्रों का कहना है कि ईडी ने जिन लोगों के ठिकानों पर छापा मारा, वह मनी लांड्रिंग मामले में रडार पर हैं। अतीक पर दर्ज मामले की जांच में इनके और माफिया व उसके खास गुर्गों के बीच लेनदेन के साक्ष्य ईडी को मिले हैं। इसी आधार पर यह कार्रवाई की गई।
50 से ज्यादा बेनामी कंपनियों का भी पता चला
ईडी की कार्रवाई के दौरान 50 से अधिक बेनामी कंपनियों का भी पता चला है। ये वह कंपनियां हैं जिनमें प्रत्यक्ष रूप से अतीक और उसके कुनबे का कोई हक नहीं है लेकिन पर्दे के पीछे से इन कंपनियों का संचालन अतीक व उसका परिवार कर रहा था। इसके अलावा 200 बैंक खातों की भी जानकारी मिली है, जिसके जरिये माफिया और उसके परिजनों को आर्थिक मदद पहुंचाई जा रही थी।
मीडिया के कारण सुरक्षित हूं : अतीक
अहमदाबाद से प्रयागराज लाए जाते समय अतीक ने मध्य प्रदेश के बुंदी में पत्रकारों से कहा कि मीडिया के कारण ही वह सुरक्षित है। उसने कहा कि उसका परिवार बर्बाद हो गया। उसे साबरमती जेल में परेशान किया जा रहा है। इससे पहले अतीक ने कहा था कि पुलिस उसे मारना चाहती है।