
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 12 अप्रैल 2022। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में सोमवार को हाथी के दो हमलों में एक 11 वर्षीय लड़की और एक महिला की मौत हो गई। जिससे पिछले तीन दिनों में इस तरह के हमले में मरने वालों की संख्या पांच हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया कि जिले के नगरी वन परिक्षेत्र में जंगली हाथी के हमले में एक लड़की सिमरन साहू (11) और एक महिला दसरी बाई निषाद (50) की मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग को जानकारी मिली है कि सिमरन साहू अपने पिता शेखर साहू के साथ तुमबाहरा गांव के जंगल में महुआ एकत्र करने गई थी। जब वह जंगल में थे तभी जंगली हाथी ने उन पर हमला कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि हाथी के हमले के बाद जब बेटी और पिता वहां से भागने लगे तब हाथी ने बालिका को कुचलकर मार डाला। शेखर साहू ने बताया कि सिमरन उसकी एकमात्र संतान थी और वह पांचवी कक्षा में पढ़ती थी। उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में जिले के चारगांव के जंगल में जंगली हाथी ने एक महिला दसरी बाई निषाद (50) को मार डाला। अधिकारियों ने बताया कि संबलपुर गांव निवासी महिला दसरी बाई महुआ के फूल इकट्ठा करने चारगांव के जंगल में गई थी। जब महिला जंगल में थी तभी हाथी वहां पहुंच गया और उसने महिला को सूंड से उठाकर पटक कर मार डाला।
पिछले तीन दिनों में हाथी के हमले में पांच लोगों की मौत
उन्होंने बताया कि जब वन विभाग को घटना की जानकारी मिली तब घटनास्थल के लिए वन विभाग और पुलिस दल को रवाना किया गया। बाद में दल ने बालिका और महिला का शव बरामद कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों के परिजनों को तत्कालिक सहायता राशि दी गई है। धमतरी जिले में पिछले तीन दिनों में हाथी के हमले में पांच लोगों की मौत हुई है। धमतरी में शनिवार को हाथियों ने तीन लोगों की जान ले ली थी।
वन विभाग ने ग्रामीणों को किया सतर्क
उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के उप निदेशक अरुण जैन ने कहा कि ग्रामीणों को आसपास के क्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी के बारे में सतर्क कर दिया गया है और कहा गया है कि वे जंगल में लकड़ी या महुआ लाने न जाएं। उन्होंने कहा कि इन हाथियों को गांवों से दूर भगाने के प्रयास जारी हैं। ऐसी घटनाएं ज्यादातर सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद, बलरामपुर और कांकेर जिलों में हुई हैं। वन विभाग के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में छत्तीसगढ़ में हाथियों के हमले में 204 लोग मारे गए हैं, जबकि 45 हाथियों की मौत हुई है।