इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 20 जनवरी 2023। दही को एक्टिव और हेल्दी बॉडी के लिए सबसे अच्छा फूड माना जाता है. हालांकि ऐसे कई कारण हैं कि किसी को इस प्रोबायोटिक से भरे फूड से बचना चाहिए जो असुविधा, दर्द और यहां तक कि इंफेक्शन का कारण बनता है. दही कई बार आपको लंबे समय तक परेशान करने वाली स्वास्थ्य जोखिम में डाल सकती है. हालांकि दही पाचन को मजबूत रखने और गट हेल्थ को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, लेकिन दही के दुष्प्रभावों के बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं।
पाचन संबंधी समस्याएं
भले ही दही डकार, सीने में जलन और कब्ज जैसी कई पाचन समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है, लेकिन कुछ हानिकारक बैक्टीरिया-बेस्ड प्रोबायोटिक समस्याएं हैं जो गैस और पेट फूलने का कारण बन सकती हैं. डेली दही का सेवन करने वालों को गंभीर कब्ज और अधिक प्यास भी लग सकती है।
सिर दर्द
कई बार हमें यह भी पता नहीं चलता है कि नियमित रूप से कुछ फूड्स खाने से पुराने सिरदर्द का मुख्य कारण है. दही एक ऐसा भोजन है जो सिरदर्द और माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है. यह बायोजेनिक एमाइन के कारण होता है, जो तब बनता है जब प्रोटीन से भरपूर फूड्स पुराने हो जाते हैं या हानिकारक बैक्टीरिया द्वारा फर्मेंटेड होते हैं।
एलर्जी हो सकती है
जो लोग लेक्टोज इंटोलरेंस होते हैं और एलर्जी से पीड़ित हैं उन्हें दही का सेवन करने से बचना चाहिए. इसके पीछे प्रोबायोटिक्स मुख्य कारण होते हैं जो आंत और पाचन तंत्र में एलर्जी को बढ़ाते हैं और ट्रिगर करते हैं।
इंफेक्शन हो सकता है
भले ही दही ज्यादातर लोगों के लिए खाने के लिए सुरक्षित है, लेकिन कुछ लोगों को ऐसा नहीं लगता. दुर्लभ मामलों में दही के प्रोबायोटिक्स में पाए जाने वाले बैक्टीरिया या यीस्ट ब्लड फ्लो में प्रवेश कर सकते हैं और अतिसंवेदनशील व्यक्तियों में संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
गठिया के रोगियों में दर्द बढ़ाता है
दही जैसे डेयरी प्रोडक्ट में प्रोटीन के प्रकार के कारण वे गठिया से पीड़ित लोगों में सूजन और जोड़ों के दर्द की संभावना को बढ़ाते हैं. गठिया एक सामान्य स्वास्थ्य स्थिति है जिसमें आपके जोड़ों में सूजन शामिल है, जो असहनीय दर्द और जोड़ों, हड्डियों और शरीर के अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाता है।