छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भोपाल 02 नवंबर 2022। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में एक साल से भी कम समय बचा है। इससे पहले बीजेपी में चेहरे को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। बीजेपी शिवराज को ही प्रोजेक्ट कर मैदान में उतरेगी या चेहरा कोई और होगा। इसे लेकर असमंजस बना हुआ है। अब एमपी सरकार के विज्ञापन से शिवराज सिंह चौहान की तस्वीर गायब है। उस विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी है। इससे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान को बल मिलने लगा है, जिसमें उन्होंने कहा था अगले चुनाव में नरेंद्र मोदी के चेहरे पर भरोसा कीजिए। कमलनाथ की सरकार ने 15 महीने तक आप को ठगा है। उस वक्त भी शाह के बायन के बाद भी यह सवाल उठे थे कि एमपी में 15 साल से अधिक वक्त से जब काम शिवराज सिंह चौहान कर रहे है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट क्यों मांगे जा रहे हैं।
साथ ही उन अटकलों को और बल मिल जाता है कि बीजेपी शिवराज सिंह चौहान को 2023 में रिप्लेस कर सकती है। हालांकि बीजेपी के बड़े नेता इस पर कभी कुछ खुलकर नहीं बोलते, लेकिन इतना जरूर कहते है कि एमपी में शिवराज सिंह चौहान अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन उच्च शिक्षा विभाग के विज्ञापन ने एमपी में नई चर्चा शुरू कर दी है। बता दें 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जंयती पर उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से विज्ञापन प्रकाशित हुआ है। इस विज्ञापन से शिवराज सिंह चौहान की तस्वीर गायब है। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएम शिवराज ही कर रहे थे। लेकिन उनकी तस्वीर उस विज्ञापन में नहीं थी। सरदार वल्लभ भाई पटेल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर छपी थी।
संसदीय बोर्ड से हटने पर भी चर्चा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विकल्प को लेकर पहले भी चर्चा हो चुकी है। बीजेपी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड में अगस्त में बदलाव किया गया था। उस समय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी को बोर्ड से हटा दिया गया था। इसे सीएम शिवराज का कद कम करने के रूप में देखा गया था। उस समय भी प्रदेश में चेहरा जल्द बदलने की अटकलें लगी थी। 22 अगस्त को भोपाल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शिवराज की जमकर तारीफ की थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई। इस तस्वीर में केंद्रीय गृहमंत्री के सामने मध्य प्रदेश के तीन ताकतवर नेता एके साथ खड़े दिखें। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह, गृहमंत्री नरोत्तम, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा। तस्वीर में गृहमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष मुस्करा रहे हैं, जबकि सीएम मायूम दिख रहे है। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद भी चर्चा तेज हो गई थी। विपक्ष ने भी भी इस पर तंज किया था।
कई सालों से लग रहे शिवराज को हटाने के कयास
वरिष्ठ पत्रकार दीपक तिवारी ने कहा कि शिवराज बहुत अच्छे से जानते है कि इस बार जो वह सत्ता में बने है। वह नरेंद्र मोदी की कृपा से हैं। इस हाकें की सरकार के सार्थी शिवराज सिंह तब तक ही है, जब तक नरेंद्र मोदी चाहते हैं। इसलिए किसी भी कीमत पर शिवराज सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करके रखना चाहते हैं। वह अपने भाषणों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते दिखते है। इससे यह स्पष्ट है कि शिवराज सिंह ने पूरी तरह से यह स्वीकार कर लिया है कि मध्य प्रदेश में चुनाव यूपी की तरह नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही होगा। इस तरह के कयास कई सालों से लगते रहे है कि शिवराज सिंह को हटाया जाएगा, लेकिन शिवराज सिंह राजनीति के चतुर खिलाड़ी है। वे हवा का रूख जानते हैं। तथा मध्य प्रदेश में उनके बाद मुख्यमंत्री बनने वालों के भीतर चल रहे संघर्ष के कारण वे पूरे चुनाव तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे। क्योंकि बीजेपी के अंदर शिवराज सिंह चौहान से जैसा अभी कोई जनाधार वाला नेता नहीं हैं।