छत्तीसगढ़ रिपोर्टर(ब्यूरो)
रायपुर (छत्तीसगढ़)। आज सारा देश कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है । धीरे धीरे सभी प्रदेशों में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं लेकिन इनमें छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य जो कोरोना की लड़ाई में सफलता हासिल कर रहा है । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्यकुशलता और सटीक प्रबंधन से काफी हद तक कोरोना पॉजिटिव के मामले नहीं बढ़ रहे हैं । यह बहुत बड़ी बात है कि आदिवासी बाहुल्य राज्य होने के बावजूद प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या ना होने के बराबर हैं । वाकई में यह छत्तीसगढ़ वासियों की जीत और छत्तीसगढ़ सरकार की जीत है । आज पूरा देश इस महामारी को रोकने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है l वहीं छत्तीसगढ़ सामान्य परिस्थितियों से ही स्थिति से सामान्य हो रही है । राज्य में अब कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या सिमट कर 528 हो गई है । जिसमें से चार संक्रमितों का इलाज एम्स हॉस्पिटल के रायपुर में तथा एक का मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव में चल रहा है l एम्स में भर्ती कुल 7 संक्रमित मरीजों में से 3 मरीज पूर्णता स्वस्थ हो चुके हैं । इसी तरह बिलासपुर के अपोलो हॉस्पिटल से भर्ती एक मरीज को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दी गई थी ।
छत्तीसगढ़ राज्य में अब तक कोरोना वायरस के कुल 1412 सभी संभावित लोगों की पहचान कर सैंपल जांच किया गया है अभी तक 1234 सैंपल जांच के परिणाम नेगेटिव प्राप्त हुए हैं l 169 सैंपल की जांच की रिपोर्ट आनी बाकी है । जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में भी कोरोना सैम्पल की जांच शुरू कर दी है । राज्य में कोरोना संक्रमण के संभावित की जांच के लिए मोबाइल एंबुलेंस के माध्यम से सैंपल कलेक्शन की नई रणनीति पर अमल शुरू किए जा रहा है । इसके तहत संभावित को सैंपल कलेक्शन में तेजी आएगी और इससे संक्रमण को रोकने की मदद मिलेगी l मोबाइल एंबुलेंस के माध्यम से सैंपल कनेक्शन के विस्तृत दिशानिर्देश स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों को जारी कर दिए गए हैं । राज्य के सभी चिकित्सा कॉलेज में कोविड-19 हॉस्पिटल की स्थापना का काम कराया जा रहा है । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मेडिकल आपातकाल में रणनीति से ऊपर उठकर अनुकरणीय राजनीतिक मूल्यों को स्थापित किया है । उनकी कार्यप्रणाली पर कोई सवाल उठा नहीं सकता । सभी ने उनके कार्यों की सराहना की है । मुख्यमंत्री ने बड़े साहस सूझबूझ और धैर्य से कोरोनावायरस मोर्चा संभालते हुए प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखने में दिन-रात लगे हुए हैं । उनके साथ पूरा मामला अपने प्राणों की परवाह किए बिना इस जंग में शामिल है l छत्तीसगढ़ में ना केवल समय रहते आवश्यक कदम उठाने से कोरोना के मामलों में वृद्धि नहीं हुई बल्कि यहां मरीज भी तेजी से ठीक होते नजर आ रहे हैं । मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता का नतीजा है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने अन्य राज्यों के मजदूरों भाइयों की जरूरत का भी ख्याल रखा । छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने कैबिनेट बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मिसाल कायम की । अब केंद्र सरकार भी इस मामले में छत्तीसगढ़ का अनुसरण कर रही है कहा जाता है कि अच्छी पहचान विपत्ति में ही होती है l ऐसे में मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेश बघेल ने अपनी नेतृत्व क्षमता दूरदर्शिता सामंजस्य के जरिए लोक हितकारी सरकार के संकल्प को साकार की है । कोरोना फाइटर के रूप में इस सरकार के कार्य का जिक्र हमेशा एक उदार नीतियुक्त सरकार के रूप में किया जाएगा । लॉकडाउन के दौरान व्यवसायियों द्वारा मचाई लूट को बड़ी कड़ाई से संभालते हुए आम जनों को सहयोग के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद सड़क पर उतर आए । प्रदेश की सीमा और अंदर फंसे मजदूर लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की दिशा निर्देश दिए । सब चीजों की उपलब्धता की मॉनिटरिंग की l मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और आदेशों का गंभीरता से पालन करते हुए प्रदेश की जनता आभार स्वरूप स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग कर रही है । देश दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रहा है l देश में अब तक लगभग 6829 के मामले पाए गए हैं सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्री बड़ी सजगता से कोरोना के मामलों मैं छ.ग सरकार ने जिस तरह से इस महामारी के समय में सफलतापूर्वक मोर्चा संभाला वहां विपक्षी दलों को आरोप प्रत्यारोप नहीं करना चाहिए । अपितु सबको साथ रहकर इस महामारी पर विजय पाने में सहायता करनी चाहिए ।