यूपी के बिजनौर में किसान महापंचायत
प्रियंका का वार- किसानों का भला नहीं कर रही सरकार
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिजनौर 15 फरवरी 2021। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को बिजनौर में किसान महासभा को संबोधित किया। उन्होंने यहां चांदपुर की रामलीला ग्राउंड में आयोजित महापंचायत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई ऐसा देश नहीं छोड़ा जहां नहीं गए। चीन और पाकिस्तान जा सकते हैं। लेकिन घर से दो तीन किलोमीटर दूर दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों के पास नहीं जा सके। किसानों को नया नाम दिया गया है ‘आंदोलनजीवी’। 200 से ज्यादा किसानों ने जान दी है। एक 25 साल के युवक को गोली मार दी गई। लेकिन PM मोदी देश भक्त और देशद्रोही को पहचान नहीं पाए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं शहीद के परिवार की बेटी हूं। मोदीजी किसान आपके दरवाजे पर खड़ा है। उसका बेटा देश की सीमा पर खड़ा है। आपको अपमान करने का हक नहीं है। प्रियंका गांधी के साथ राशिद अल्वी ने भी महापंचायत को संबोधित किया। छह दिन में प्रियंका गांधी का यह पश्चिमी UP का दूसरा दौरा था।
प्रियंका गांधी की 5 बड़ी बातें–
1.प्रियंका गांधी ने जनता से पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो-दो बार क्यों जिताया? आपने यही सोचकर जिताया था कि वह कुछ काम करेंगे। उन्होंने चुनाव किसानों और छोटे व्यापारियों को बढ़ाने की बड़ी-बड़ी बातें की थी। बेरोजगारी बात की थी। लेकिन क्या हुआ? असलियत तो यह है कि उनके उनके राज में ऐसा कुछ नहीं हुआ। आप बताइए क्या आप की कमाई दोगनी हुई है? क्या गन्ने का दाम 2017 से बढ़ाए गए? आप सब गन्ना किसान है।
2. पूरे देश के गन्ना किसानों का 15,000 करोड़ बकाया है। ये ऐसे प्रधानमंत्री हैं कि आज तक आपका बकाया पूरा नहीं किया। इन्होंने (PM मोदी) ने दुनिया में भ्रमण करने के लिए 2 हवाई जहाज खरीदे। जिसकी कीमत 16 हजार करोड़ रुपए है। दिल्ली में संसद के सुंदरीकरण के लिए योजना बनाई है। किसान के बकाए के लिए रुपया नहीं है। इतने रुपए में किसानों के गन्ने का बकाया मिल जाता।
3. प्रियंका ने तीनों कृषि कानून पर सवाल उठाते हुए कहा कि 1955 में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने जमा खोरी पर कानून बनाया था। इस सरकार ने जमाखोरों को छूट दे दी है। कोई रोक नहीं, कोई पाबंदी नहीं है। इस कानून से बड़े-बड़े पूंजीपतियों की मनमर्जी चलेगी।
4. जिसको प्राइवेट मंडी खोलनी है वो खोल सकता है। इसमें बड़े-बड़े लोगों की मंडी खुलेगी। सरकारी मंडी में टैक्स लगेगा। प्राइवेट मंडी में टैक्स नहीं लागेगा। लेकिन सरकारी मंडी में आपको समर्थन मूल्य मिलता था, जो प्राइवेट में नहीं मिलेगा। यह कानून किसानों के लिए नहीं, खरबपतियों के लिए है। इन्ही के पूंजी पति मित्र सारी मीडिया चलाते हैं। अगर आपको इनसे कोई उम्मीद है तो गहराई से सोचिए।
5. प्रियंका ने कहा माना आपने भलाई के लिए कानून बनाए हैं, पर जब वो नहीं चाहते तो कानूनों को वापस लो। उन्होंने कहा, क्या मोदी सरकार जबरदस्ती किसानों की भलाई करेगी। मैं भाषण देने नहीं आई हूं, आपसे बातचीत करने आई हूं। उन्होंने किसानों से कहा आप हमें बनाते हैं। आप और हमारे बीच भरोसे का रिश्ता है और उसी रिश्ते के बल पर आप एक नेता को आगे बढ़ाते हैं। आपको इस बात की उम्मीद होती है कि वो नेता आपकी समस्याओं को उठाएगा और आपकी बात की सुनवाई होगी।
6. यह अहंकारी सरकार अपनी माया से निकले। जनता की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मुझे आप पर और देश की जनता पर भरोसा है। इस लड़ाई में हम आपके साथ हैं। मेरे भाई राहुल भी आपके साथ हैं। अंत में प्रियंका गांधी ने किसानों की मौत पर दो मिनट का मौन रखा।
सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम
प्रियंका गांधी की महापंचायत में बिजनौर के अलावा आसपास के कई जिलों से किसान व कांग्रेसी कार्यकर्ता पहुंचे थे। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। 4 सीओ, 16 एसएचओ, 50 एसआई, 10 निरीक्षक, 1 कंपनी पीएसी और 250 आरक्षियों की तैनाती रही।
27 जिलों में महापंचायत अभियान का हिस्सा
यह महापंचायत ‘जय जवान-जय किसान’ अभियान के तहत हो रही है। कांग्रेस ने प्रदेश के 27 जिलों में कृषि कानूनों के विरोध में अभियान के तहत महापंचायत करने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत सहारनपुर से हुई थी। दरअसल, यह पूरी कोशिश उत्तर प्रदेश में साल 2022 में होने वाले विधान सभा चुनाव से पहले अपने खोये जनाधार को बढ़ाने के लिए की जा रही है। प्रियंका गांधी ने पहले सहारनपुर में पूजा पाठ और इबादत, फिर प्रयागराज में संगम स्नान कर सॉफ्ट हिंदुत्व को टारगेट करने का प्रयास किया था।
मौनी आमावस्या के दिन संगम में लगाई डुबकी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज मौनी अमावस्या पर्व पर बेटी मिराया के साथ संगम नगरी प्रयागराज पहुंची थीं। उन्होंने संगम पर डुबकी लगाई थी। प्रियंका गंगा में नाव चलाते हुए भी नजर आईं थीं। इस दौरान उन्होंने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से भी मुलाकात की थी।
सहारनपुर में प्रियंका के अंदाज की चर्चा हुई थी
इससे पहले बुधवार यानी 9 फरवरी को प्रियंका सहारनपुर गई थीं। इस दौरान उन्होंने काला कुर्ता, भगवा गमछा और माथे पर तिलक के साथ पंचायत को संबोधित किया था। सहारनपुर में प्रियंका ने शाकंभरी देवी मंदिर में पूजा की, फिर एक दरगाह पर गईं।