संजय राउत बोले- राज्य सरकार को संकट में लाने की कोशिश
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीन की किल्लत होने की खबरों के बीच एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने बयान देकर महाराष्ट्र सरकार के दावे की पोल खोल दी। शरद पवार ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए केंद्र लगातार सहयोग कर रहा है। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर लड़ना होगा। तब ही इसपर जीत संभव है। शरद पवार के बयान के बाद शिवसेना ने केंद्र सरकार के आरोपों पर पलटवार किया है।
महाराष्ट्र सरकार कुछ नहीं छुपा रही- शिवसेना
वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार कुछ नाकामी नहीं छुपा रही है। ये राज्य को नीचा दिखाने और सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। महाराष्ट्र में बड़ी आबादी है, उसपर काफी दबाव है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार को साथ मिलकर काम करने की जरूरत है।
पवार ने सभी दलों से सहयोग की अपील की
फेसबुक लाइव के जरिए शरद पवार ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोविड-19 से निपटने के लिए महाराष्ट्र और अन्य राज्यों को मदद का आश्वासन दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में स्थिति गंभीर है। मैं सभी दलों से स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सहयोग करने की अपील करता हूं। लोगों के जीवन की रक्षा के लिए कुछ कड़े कदम उठाने की जरूरत हैं। बता दें कि पवार का बयान महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के बयान के बाद आया। जिसमें टोपे ने कहा कि केंद्र वैक्सीनेशन के मामले में राज्य सरकार के साथ भेदभाव कर रहा है। पवार की पार्टी एनसीपी, महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के साथ गठबंधन में सरकार में शामिल है।
राज्य और केंद्र सरकार में तकरार
दरअसल, मंगलवार को महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि राज्य में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक काफी कम बचा हुआ। प्रदेश में सिर्फ तीन दिन का ही स्टॉक है, पर्याप्त स्टॉक नहीं होने की वजह से लोगों को टीकाकेंद्रों से बिना वैक्सीन लगाए वापस भेजा जा रहा है। मंत्री राजेश टोपे के बयान पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पलटवार करते हुए कहा कि किसी भी राज्य में कोरोना वैक्सीन की कमी नहीं है। जरूरत के हिसाब से कोरोना वैक्सीन पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस पर राजनीति कर रही है।