छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
दुबई 03 जून 2024। भारत में बेशक गाय के गोबर की कीमत या वैल्यू बहुत कम है लेकिन पिछले कुछ समय में खाड़ी देशों में इसका रुझान बड़ा है। इसे देखते हुए ये लगभग 30 से 50 रुपए किलो में बेचा जा रहा है। आने वाले समय में इसकी मांग और बढ़ती है तो इसकी कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। भारत में मुख्य रूप से गोबर का इस्तेमाल उपला बनाकर ईंधन के रूप में होता है। हालांकि चीन और ब्रिटेन जैसे कई देशों में गोबर के जरिए बिजली और गोबर गैस का उत्पादन किया जाता है हालांकि खाद के रूप में भी गोबर का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि तेल और गैस का भंडार कुवैत और अरब देश भारत से कई टन गोबर खरीद रहे हैं। इसी साल 2 माह पहले कुवैैत ने भारत को 192 मीट्रिक टन गोबर का ऑर्डर दिया था जो पूरा हो चुका है। इसी तरह दोनों देश भारत से बड़ी मात्रा में गोबर मंगा रहे हैं। दरअसल अरब कृषि वैज्ञानिकों को एक रिसर्च के दौरान पता चला है कि गाय के गोबर को पाउडर के रूप में प्रयोग करने से खजूूर की फसल बढ़ रही है।
इसके इस्तेमाल से फल के आकार और उत्पादन की मात्रा में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई। इसके बाद से ही कुवैत और अरब में गाय के गोबर की मांग बढ़ गई है और इन दोनों देशों में भारत से गोबर का निर्यात होता है। बता दें कि भारत में ल 30 करोड़ से अधिक मवेशी हैं जिनसे हर रोज लगभग 30 लाख टन गोबर का उत्पादन होता है।