छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 28 अगस्त 2023। देशभर में साग को कई तरह से पारंपरिक तरीके से बनाकर खाया जाता है. ये खाने में जितने स्वादिष्ट, उतने ही सेहत के लिए फायदेमंद भी होते हैं. ज्यादातर घरों में सरसों, मेथी, बथुआ, पालक जैसे साग को बनाकर खाया जाता है. लेकिन क्या कभी आपने नारी का साग ट्राई किया है. नारी के साग को वाटर स्पिनेच और कलमी शाक के नाम से भी जाना जाता है. इस पॉपुलर हरी पत्तेदार सब्जी को बेसन के साथ पकौड़ियां बनाकर या सलाद के तौर पर खाया जाता है. इस बारहमासी पौधे की पत्तियों में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं. इसके अलावा इसमें विटामिन-ए, सी, आयरन और पानी की उपलब्धता भी होती है, जो बॉडी, स्किन और ब्रेन के लिए एक पावरहाउस की तरह काम करते हैं. इसके सेवन से डायबिटीज जैसी बड़ी बीमारियों से राहत मिल सकती है।
दिल को हेल्दी रखे: नारी के साग में विटामिन-ए, सी, मिनरल्स, बीटा-कैरोटीन जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं. ये पोषक तत्व शरीर में एंटीऑक्सिडेंट के रूप में फ्री-रेडिकल्स को कम करने का कार्य करते हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है. दरअसल, वाटर स्पिनेच में पाया जाने वाला मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को कम करता है. इसके अलावा इसमें मौजूद फोलेट, होमोसिस्टीन जैसे केमिकल के खतरे को दूर करने में मदद करता है।
डायबिटीज कंट्रोल करे: वाटर स्पिनेच यानी नारी की पत्तियों का सेवन डायबिटीज के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. इन पत्तियों का सेवन करने से डायबिटीज से पैदा होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव के खिलाफ इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने में मदद मिलती है. डायबिटीज से पीड़ित गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए भी वाटर स्पिनेच का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, इस स्थिति में सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह बेहद जरूरी है।
आंखों के लिए कारगर: नारी के साग में काफी मात्रा में विटामिन ए और कैरोटीनॉयड मौजूद होता है. ये आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है. दरअसल, वाटर स्पिनेच ग्लूटाथियोन के लेवल को भी बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाती है, जो मोतियाबिंद और रतौंधी की समस्या को दूर करने में भी कारगर होती है।
कोलेस्ट्रॉल घटाए: शरीर में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में नारी का साग बेहद कारगर माना जाता है. इसके सेवन से आप हार्ट से संबंधित बीमारियों से बचे रह सकते हैं. बता दें कि, वाटर स्पिनेच में मौजूद मैग्नीशियम ब्लड वेसेल्स को स्वस्थ रखता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
लिवर डिटॉक्स करे: वाटर स्पिनेच की पत्तियों का रस बॉडी को डिटॉक्सीफाई करके लिवर को नुकसान पहुंचने से बचाता है. इसके अलावा, नारी के साग में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट जॉन्डिस और लिवर की समस्याओं के इलाज के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इसके नियमित सेवन से जॉन्डिस की समस्या से राहत मिलती है।
स्किन बनाए चमकदार: वाटर स्पिनेच में एंटीऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं, जो बॉडी में फ्री-रेडिकल्स से कोशिकाओं को होनेवाले नुकसान से बचाते हैं. इसके अलावा ये सूरज के संपर्क में आने से त्वचा को होनेवाले नुकसान (स्किन टोन, झुर्रियों, बलेमिशेस) से बचाकर त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करती है।
खून की कमी सुधारे: नारी का साग शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद करता है. दरअसल, वाटर स्पिनेच में पर्याप्त मात्रा में आयरन की मौजूदगी होने से यह हीमोग्लोबिन की कमी से होने वाले एनीमिया रोग से बचाव करता है. आयरन शरीर में रेड ब्लड सेल्स द्वारा हीमोग्लोबिन का निर्माण करता है।
इम्यूनिटी बूस्ट करे: नारी का साग विटामिन-सी और पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है. यह हमारे शरीर के टॉक्सिन को खत्म करके हमें स्वस्थ रखता है. इसके अलावा ये फाइबर मेटाबोलिक रेट को भी बेहतर बनाने में मदद करता है. जिससे आप जो कुछ भी खाते हैं वो आसानी के साथ पच जाता है।