छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बीजापुर 14 मार्च 2024। बीजापुर में गुरुवार को ज़िला मुख्यालय में ज़िला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि साल के शुरुआत में गंगालूर थाना अंतर्गत मुतवेंडी गांव में क्रॉस फायरिंग के नाम पर छह माह की आदिवासी बच्ची की मौत होना, उसके बाद आवापल्ली थाना अंतर्गत चेरामंगी गांव के आश्रम में अध्यनरत आदिवासी छात्र का आश्रम में ही फाँसी लगाकर आत्महत्या करना, उसके बाद आवापल्ली थाना अंतर्गत चिंताकोंटा गांव में संचालित कन्या पोटाकेबिन आश्रम स्कूल जहां 300 से अधिक आदिवासी छात्रायें रह रही थी, उस छात्रावास में मध्यरात्रि को पूरे आश्रम परिसर में आग लगना और उस आग में जलने से चार साल की मासूम बच्ची की मौत होने के साथ ही आश्रम में रखे लाखों रुपये के सरकारी संपत्ति का नुक़सान होना और गंगालूर के पोटाकेबिन आश्रम में अध्ययनरत एक आदिवासी छात्र के गर्भवती होने की घटना वर्तमान भाजपा सरकार के तथाकथित नारा बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ की वास्तविकता को दर्शाता है।
विधायक विक्रम मंडावी ने प्रेस वार्ता में कहा कि महिलाओं और बेटियों के साथ छेड़-छाड़, बलात्कार, अपहरण की घटनायें बढ़ी हैं। भाजपा सरकार में अब बेटियाँ स्कूल जाने से डर रही है। वहीं बोड़गा में क्रॉस फ़ायरिंग में एक आदिवासी महिला को गोली लगी जिसका इलाज जगदलपुर हॉस्पिटल में किया जा रहा है। बीजापुर ज़िले में लगातार फर्जी मुठभेड़ की घटनाएँ बढ़ रही है। निर्दोष आदिवासियों को जेल भेजा जा रहा है। कांग्रेस विधायक ने आगे कहा कि ताड़ोपोट में भी क्रॉस फ़ायरिंग से डीआरजी के जवान का भाई रमेश ओयाम की मौत हुई थी। जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार बढ़े है। स्कूलों में आदिवासी छात्राएँ सुरक्षित नहीं है महिलाओं पर अत्याचार बढ़े है। भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार आदिवासियों, महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह फेल हो गई है। भाजपा सरकार हमेशा से ही आदिवासी विरोधी रही है भाजपा और भाजपा के नेता यह नहीं चाहते कि बीजापुर जैसे आदिवासी क्षेत्र के बच्चे स्कूल जायें और आगे बढ़े इसलिए इस तरह के डरावने घटनाएँ करवाकर आदिवासी बच्चों को पढ़ने से रोकने का काम भाजपा की विष्णुदेव सरकार कर रही है। विधायक विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि पूर्ववर्ती 15 साल की भाजपा सरकार के दौरान नक्सली क्षेत्रों में हुए महिला विरोधी अत्याचार एक बार फिर लोगों के स्मृति में आने लगा है। विष्णुदेव साय की सरकार में अपराधियों और आरोपियों के हौसले बुलंद हैं। पीड़ित को ही प्रताड़ित करने का सिलसिला भाजपा की सरकार में चल रहा है। पूर्व की रमन सरकार के दौरान भी महिला अपराध के मामले में छत्तीसगढ़ देश में टॉप फाइव राज्यों में था। एक बार फिर वही स्थिति निर्मित हो गई है। साय सरकार में महिलाएं डरी हुई हैं।
विधायक विक्रम मंडावी ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा थाना में हुए तथाकथित पुलिस नक्सली मुठभेड़ में तीन निर्दोष आदिवासी मारे गये कांग्रेस पार्टी ने हाईकोर्ट के वर्तमान जज की निगरानी में न्यायिक जाँच कराने की माँग को लेकर राज्यपाल को विगत 6 मार्च 2024 को ज्ञापन सौंपा है। अब तक विष्णुदेव साय सरकार इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पायी। साय सरकार के अत्याचार के ख़िलाफ़ कांग्रेस पीड़ित आदिवासियों के साथ न्याय मिलने तक संघर्ष करेगी। कांग्रेस पार्टी माँग करती है कि इन सभी घटनाओं की न्यायिक जाँच हो और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।