छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 03 नवंबर 2023। भारत ने विश्व कप 2023 के 33वें मुकाबले में श्रीलंका पर 302 रन की बड़ी जीत हासिल की। इस मैच को जीतने के साथ ही विराट कोहली ने सचिन तेंदुलकर का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया। विराट अब भारत के सबसे कामयाब खिलाड़ी बन गए हैं। वहीं, दुनिया में उस लिस्ट में विराट से आगे सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिंग और श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर महेला जयवर्धने हैं। दरअसल, विराट भारत के लिए सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच जीतने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। यानी वह सबसे ज्यादा मैचों में भारत की जीत का हिस्सा रहे हैं। श्रीलंका पर जीत के साथ ही उन्होंने यह रिकॉर्ड अपने नाम किया। विराट भारत के लिए तीनों फॉर्मेट यानी टेस्ट, वनडे और टी20 को मिलाकर 514 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं और 308 मैच जीते हैं। 166 हार में वह टीम का हिस्सा रहे। उनके रहते सात अंतरराष्ट्रीय मुकाबले टाई रहे और 21 मैच ड्रॉ हुए। 12 मैचों का कोई नतीजा नहीं निकला।
सचिन तेंदुलकर इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने भारत के लिए 664 मैच खेले और 307 मैच जीते थे। 256 मुकाबलों में उन्हें हार मिली। पांच मैच टाई रहे, जबकि 72 मैच ड्रॉ रहे। 24 मुकाबलों का कोई नतीजा नहीं निकला। महेंद्र सिंह धोनी लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने भारत के लिए 538 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। इसमें से 298 मैचों में जीत का हिस्सा रहे। 186 मैचों में उन्हें हार मिली। सात मैच टाई और 30 मैच ड्रॉ रहे, जबकि 17 मुकाबलों का कोई नतीजा नहीं निकला।
विराट की तुलना दुनिया के बाकी खिलाड़ियों से की जाए तो ओवरऑल लिस्ट में वह पोंटिंग और जयवर्धने के बाद तीसरे स्थान पर हैं। पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 560 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले थे और 377 मैच जीते थे। 137 में उन्हें हार मिली थी। पांच मैच टाई और 29 मैच ड्रॉ रहे, जबकि 12 मैचों का कोई नतीजा नहीं निकला। जयवर्धने की बात करें तो उन्होंने श्रीलंका के लिए 652 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और 336 मैच जीते। 249 मैचों में उन्हें हार मिली। चार मैच टाई और 45 मैच ड्रॉ हुए। 18 मुकाबलों का कोई नतीजा नहीं निकला।
भारत ने श्रीलंका को 302 रन से हराया
भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 357 रन बनाए। जवाब में श्रीलंकाई पारी 55 रन पर सिमट गई। यह विश्व कप की एक पारी में पांच खिलाड़ियों के शून्य पर आउट होने (सबसे अधिक) की आठवीं घटना है। वहीं, श्रीलंका के साथ ऐसा दूसरी बार हुआ है। 2003 विश्व कप के दौरान जोहानिसबर्ग में भारत के खिलाफ ही श्रीलंका के इतने खिलाड़ी शून्य पर आउट हुए थे। श्रीलंका के अलावा स्कॉटलैंड की टीम भी दो बार ऐसा कर चुकी है।