छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 12 फरवरी 2023। उत्तर प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी और एयरपोर्ट्स के विकास में केंद्र सरकार हरसंभव मदद के लिए तैयार है। सिंधिया यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के दूसरे दिन शनिवार को ‘सिविल एविएशन इन उत्तर प्रदेश : द इमजिंर्ग ऑपर्च्युनिटी’ विषय पर विशेष सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान तीन कंपनियों के साथ 680 करोड़ रुपये के एमओयू भी किए गए। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि अयोध्या, काशी और मथुरा की इस भूमि ने हमेशा से भारत को नई राह दिखाई है। भारत के विकास में उत्तर प्रदेश का हमेशा अहम योगदान रहा है और यह आगे भी बरकरार रहेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का कायाकल्प हो चुका है। केंद्रीय मंत्री ने यूपी को निवेश के लिए सबसे अनुकूल स्थान बताया। उन्होंने कहा कि 6 साल में यूपी में जिस तरह से कार्य हुआ, वह सभी को चौका रहा है। रोड कनेक्टिविटी की बात हो या सिविल एविएशन की, यूपी ने हर क्षेत्र में ऊंची छलांग लगाई है। ज्योतिरादित्य ने कहा कि जिस प्रदेश में कभी मात्र 2 एयरपोर्ट हुआ करते थे, वहां आज 9 हवाई अड्डे चालू हैं।
10 नए एयरपोर्ट बन रहे हैं और 2 एयरपोर्ट के लिए जमीन देखने का काम शुरू हो गया है। इस तरह उत्तर प्रदेश सिविल एविएशन के सेक्टर में निवेश के लिए सर्वाधिक पसंदीदा स्थल है। प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सिविल एविएशन का क्षेत्र असीम संभावनाओं वाला है। सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया। इस अवसर पर इन्वेस्ट इंडिया के सीईओ दीपक बागला, वाईआईएपीएल (यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड) के चेयरमैन डेनियर बर्चर, एयर इंडिया एक्सप्रेस के सीईओ आलोक सिंह, बेल्जियम के पूर्व उप प्रधानमंत्री व यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक के वाइस प्रेसिडेंट क्रिस पीटर्स, कापा इंडिया के सीईओ कपिल कौल आदि ने भी यूपी को निवेश का अनुकूलतम स्थान बताया।
एटीएफ पर वैट कम करने की प्रक्रिया पूरी करना सराहनीय
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यूपी ने एयर ट्रैफिक फ्यूल (एटीएफ) पर वैट को कम करने की प्रक्रिया को डेढ़ माह में पूरा किया, जोकि काफी सराहनीय है। यूपी ने एविएशन फ्यूल पर वैट को 30 प्रतिशत से घटाकर 1 प्रतिशत कर दिया।
अपर मुख्य सचिव गोयल की तारीफ की
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने अपर मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री एसपी गोयल के कामकाज की तारीफ की। उन्होंने मंच से कहा कि वह पर्दे के पीछे रहकर विकास कार्यों को तेजी से गति दे रहे हैं।
आकासा एयर की ऑपरेशन हेड ने साझा किए अनुभव
अकासा एयर की हेड ऑफ ऑपरेशन नीलू खत्री ने कहा कि छह माह पहले अकासा के नाम को कोई नहीं जानता था। उन्होंने केंद्रीय नागरिक उड्डयन विभाग में लाइसेंस के लिए आवेदन किया और बिना किसी परेशानी के उन्हें शीघ्र लाइसेंस मिल गया। 8 माह पहले उनके बेड़े में दो एयरक्राफ्ट थे, जिनकी संख्या बढ़कर अब 16 हो गई है।