छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 17 अक्टूबर 2022। बिलासपुर में गोलीकांड के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने अवैध हथियारों का जखीरा बरामद कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक युवक अपने घर के कूलर में दो देसी पिस्टल और कारतूस छिपाकर रखा था। उसे पकड़ने के बाद पुलिस ने उसके तीन साथियों को भी दबोच लिया। उनके पास से दो पिस्टल, 12 बोर का दो कट्टा, दो एयरगन और आठ जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। पुलिस की एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट (एसीसीयू) की टीम ने यह कार्रवाई की है। एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि पचपेड़ी में किराना व्यापारी लड़के की गोली मारकर हत्या करने के बाद सभी थानेदारों के साथ ही एसीसीयू की टीम को अवैध हथियार रखने वालों की जानकारी जुटाकर उनकी धरपकड़ करने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान एसीसीयू की टीम को सूचना मिली कि तोरवा क्षेत्र के लालखदान निवासी जय सिंह चौहान के पास देसी पिस्टल है, जिसे लेकर घूमते देखा गया है। जानकारी मिलते ही एसीसीयू प्रभारी हरविंदर सिंह और उनकी टीम ने जयसिंह चौहान को पकड़कर पूछताछ की। तब पता चला कि वह अपने घर के कूलर में एक देसी पिस्टल, एक 315 बोर का देसी पिस्टल, एयरगन और कुछ जिंदा कारतूस रखा है, जिसे पुलिस ने जब्त किया।
पूछताछ में खोला साथियों का राज
पुलिस की पूछताछ में उसने अपने तीन साथियों को भी देसी पिस्टल और कट्टा उपलब्ध कराने की जानकारी दी। पुलिस ने तीनों युवकों को भी दबोच लिया। पूछताछ में इन युवकों से भी पुलिस ने देसी कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद किया। युवक कट्टा और पिस्टल दिखाकर डराते धमकाते रहते हैं।
दो गुटों की वर्चस्व की लड़ाई में मंगाए जा रहे थे हथियार
एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि लालखदान में पिछले लंबे समय से दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। एक-दूसरे गुट के लोग अपने गुर्गे तैयार करते रहे हैं और उन्हें अवैध हथियार तक उपलब्ध कराते हैं। पुलिस को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से बाहर से हथियार मंगवाकर अपने पास रख रहे थे। अभी इस केस की जांच जारी है और आगे भी अवैध हथियार मिलने की उम्मीद है।
यूपी-बिहार से लाकर रखा था हथियार
पकड़े गए आरोपी जयसिंह चौहान ने पुलिस को बताया कि वह उत्तरप्रदेश और बिहार से देसी पिस्टल और कट्टा खरीदकर लाया था। उसने यह भी बताया कि राहुल तिवारी और उमेश श्रीवास के पास भी हथियार है और कई बार दोनों उससे जिंदा कारतूस मांग चुके हैं। पुलिस ने दोनों को पकड़ा तो उन्होंने अंकित वर्मा के पास अवैध हथियार होने की जानकारी दी। पूछताछ में यह भी पता चला है कि सभी युवक उत्तरप्रदेश और बिहार से 20 से 30 हजार रुपए में हथियार खरीदकर लाए थे।