छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 09 अप्रैल 2022। जम्मू और कश्मीर में 300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश का दावा करने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि पीएम ने उनका समर्थन किया था। कुछ समय पहले ही मलिक ने आरोप लगाए थे कि जम्मू और कश्मीर का राज्यपाल होने के दौरान उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की गई थी। इसके बाद मामले में सीबीआई ने बीते महीने जांच शुरू कर दी है।
मलिक ने सीबीआई जांच का स्वागत किया है। उन्होंने बताया कि उन्हें दो फाइल मंजूर करने के लिए 300 करोड़ रुपये की पेशकश हुई थी। राज्यपाल ने कहा कि इस बारे में उन्होंने पीएम मोदी को सूचित किया था और ‘पीएम ने यह कहते हुए मेरा समर्थन किया था कि भ्रष्टाचार में कोई समझौता नहीं होना चाहिए।’ उन्होंने दावा किया कि रिश्वत के तार आरएसएस और भारत बड़े उद्योगपति से जुड़े हुए थे।
राजस्थान के झुंझुनू में 17 अक्टूबर को एक कार्यक्रम के दौरान मलिक ने कहा था, ‘दो फाइल मेरे पास आई थी। एक सचिव ने मुझे बताया कि अगर मैं इन्हें मंजूर कर देता हूं तो मुझे हर एक के लिए 150 करोड़ रुपये मिलेंगे। मैंने यह कहते हुए पेशकश ठुकरा दी कि मैं कश्मीर में पांच कुर्ता पजामा लेकर आया था और इनके साथ ही वापस जाऊंगा।
अब मलिक का कहना है कि उन्हें सीधे रिश्वत की पेशकश नहीं की गई थी, लेकिन उन्हें इसमे शामिल लोगों की जानकारी है। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें यह पता कि कई और लोग शामिल थे और वे जांच के दौरान नामों का खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैंने दोनों डील पर मना कर दिया था। मेरे खिलाफ कोई जांच नहीं है।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह झूठी अफवाहें हैं कि मामले में उनकी भूमिका की भी जांच होगी। रिपोर्ट के अनुसार, अटकलें थी कि सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा था। इसपर उन्होंने कहा कि वे सीबीआई जांच के लिए तैयार हैं और जांच में अतिरिक्त जानकारी भी देंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं डरा हुआ नहीं हूं और किसानों के लिए अपनी आवाज उठाता रहूंगा। मैं डरूंगा नहीं और लड़ूंगा।’