छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 21 अक्टूबर 2023। शानदार फॉर्म में चल रही भारतीय टीम ने गुरुवार को इस विश्व कप में लगातार चौथी जीत हासिल की। उसने बांग्लादेश को सात विकेट से हरा दिया। हालांकि, इस मैच में जीत से ज्यादा चर्चा विराट कोहली के शतक और अंपायर रिचर्ड कैटलबोरो की रही। यह वनडे में विराट कोहली का 48वां शतक रहा। क्रिकेट जगत जहां कोहली की इस नई उपलब्धि का जश्न मना रहा है, वहीं कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर कोहली की धीमी पारी पर निशाना साधा है। यह चर्चा जारी है कि क्या सिर्फ कोहली के लिए शतक के लिए भारत का इतने ओवर खेल जाना सही कदम है?
दरअसल, टीम इंडिया यह मैच कुछ ओवर पहले भी जीत सकती थी, लेकिन नॉन स्ट्राइकर एंड पर मौजूद केएल राहुल ने कोहली के शतक के लिए कोई बड़े शॉट नहीं खेले और न ही स्ट्राइक रोटेट कर एक रन लिया। कोहली भी कुछ मौकों पर स्ट्राइक रोटेट करते नजर नहीं आए। राहुल ने कोहली को स्ट्राइक दिलाने के लिए सिंगल्स से भी इनकार कर दिया। कुछ लोगों का कहना है कि इससे भारत का नेट रन रेट भी गिरा, जिसे टीम इंडिया सुधार भी सकती थी। अगर भारत आगे चलकर नेट रन रेट के पेंच में फंसता है तो नुकसान होगा।
पुजारा कोहली के रवैये से खुश नहीं हैं
भारत के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा भी इस रवैये से खुश नहीं हैं। उन्होंने भी कोहली के इस रवैये पर नाराजगी जाहिर की है। एक क्रिकेट वेबसाइट से बात करते हुए पुजारा ने कहा, ‘मैं चाहता था कि विराट कोहली शतक बनाए, लेकिन आपको ध्यान रखना होगा कि आप मैच को जल्द से जल्द खत्म करना चाहते हो। आप चाहते हैं कि आपका नेट रन रेट शीर्ष पर हो। अगर आप ऐसी स्थिति में हैं जहां आप नेट रन रेट के लिए लड़ रहे हैं, तो आप पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहेंगे और यह सोचेंगे कि उस मैच में हम ऐसा कर सकते थे। तब आपके पास मौका नहीं होगा।
पुजारा ने क्या कहा?
पुजारा का मानना है कि कोहली और अन्य भारतीय खिलाड़ियों को टीम को प्राथमिकता पर रखना चाहिए। जहां तक व्यक्तिगत उपलब्धियों का सवाल है तो पुजारा का मानना है कि खिलाड़ी की मानसिकता भी मायने रखती है। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि एक टीम के तौर पर देखते हुए शायद आपको थोड़ा त्याग करना होगा। आप टीम को देखना चाहते हैं, आप टीम को पहले रखना चाहते हैं, मैं इसे इसी तरह देखता हूं। आप अपनी उपलब्धि चाहते हैं, लेकिन टीम की कीमत पर नहीं। एक खिलाड़ी के रूप में आपके पास हमेशा एक विकल्प होता है, लेकिन कुछ खिलाड़ियों को लगता है कि अगर वो शतक बनाते हैं तो इससे उन्हें अगले मैच में मदद मिलती है। इसलिए यह इस पर निर्भर करता है कि आपकी मानसिकता किस तरह की है।
मैथ्यू हेडन ने क्या कहा?
ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने भी इस विषय पर अपनी राय देते हुए कहा कि अगर खिलाड़ी इस तरह की मानसिकता अपनाने लगते हैं तो आगे चलकर फॉर्म उन्हें परेशान कर सकता है। हेडन ने कहा, ‘मेरी शुरुआती प्रतिक्रिया थी कि उन्होंने शतक पूरा करने का अधिकार हासिल किया। हालांकि, आपको इन टूर्नामेंटों में काफी सतर्क रहना होता है। नेट रन रेट और धीमे खेलने वाली बातें मायने रखती हैं। महान इयान बिशप अक्सर इस बारे में बात करते हैं। आगे चलकर इसके परिणाम भयावह हो सकते हैं। यदि आप इस तरह से खेलते हैं तो फॉर्म आपके साथ खिलवाड़ कर सकता है। हालांकि, वह निर्णय उन दोनों (विराट और राहुल) ने लिया। मुझे सच में इससे कोई समस्या नहीं है।