भाजपा ने विधानसभा में किया भारी हंगामा, आरोप पत्र में 8वें स्थान पर जिक्र, अब सरकार में आने के बाद मौन क्यों?
भागवत जायसवाल, बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
‘‘छत्तीसगढ़ रिपोर्टर’’ ने 9 से 15 अक्टूबर 2006 के अंक में ‘‘लाफार्ज ने 2 सीमेंट फैक्ट्री की खरीदी में सरकार को लगाया 155 करोड़ का चूना’’ भाजपा ने विधानसभा में किया भारी हंगामा, आरोप पत्र में 8वें स्थान पर जिक्र, अब सरकार में आने के बाद मौन क्यों? के शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। बहुराष्ट्रीय कंपनी लाफार्ज द्वारा छत्तीसगढ़ के दो सीमेंट फैक्ट्री की खरीदी में क्रमश: रेमण्ड सीमेंट फैक्ट्री, गोपाल नगर को करीब 800 करोड़ रूपए, सोनाडीह टाटा सीमेंट फैक्ट्री को करीब 764 करोड़ रूपए की वास्तविक खरीदी मूल्य से कम दर्शाकर रेमण्ड सीमेंट 42 करोड़ 18 लाख 21 हजार 288 रूपए तथा टाटा सीमेंट को करीब 35 करोड़ रूपए में रजिस्ट्री पंजीयन कराने से छत्तीसगढ़ सरकार को दोनों फैक्ट्री की खरीदी में करीब 155 करोड़ रूपए की राजस्व की हानि हुई है। मालूम हो कि भाजपा विधायकों ने विधानसभा में भी इस मामले को लेकर भारी हंगामा किया था और उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की थी तथा छत्तीसगढ़ भाजपा ने एक आरोप पत्र जारी किया था जिसमें अजीत जोगी को तानाशाह, भ्रष्ट, अलोकतांत्रिक मुख्यमंत्री करार दिया था और जोगी शासनकाल के 35 घोटालों का उल्लेख किया है, जिसमें एक घोटाला लाफार्ज सीमेंट कंपनी का है। जिसका 8वें स्थान में जिक्र है, वित्त एवं वाणिज्यकर मंत्री अमर अग्रवाल का कहना है कि सरकार स्थिति का आंकलन कर रही है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का कहना है कि 155 करोड़ की स्टाम्प ड्यूटी की चोरी की वसूली होनी चाहिए। लाफार्ज ने मुम्बई आयकर विभाग को दिए गए विवरण में रेमण्ड सीमेंट फैक्ट्री को करीब 751 करोड़ रुपए में खरीदने की बात कही है। जबकि पंजीयन कराते समय 42 करोड़ 18 लाख 31 हजार में खरीदी बताई गई है। ‘‘छत्तीसगढ़ रिपोर्टर’’ के इस खुलासा के बाद मामले की शीघ्र जांच कर बड़ी कार्यवाही करने की बात कही गई थी ।