पिछली बार 12 मार्च को एटलेटिको मैड्रिड ने लिवरपूल और पीएसजी ने बोरुसिया डॉर्टमंड को हराया था
फाइनल 23 अगस्त को, 17 दिन में 11 मैच लिस्बन में खेले जाएंगे, पहली बार क्वार्टर और सेमीफाइनल एक ही लेग में होंगे
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट यूईएफए चैम्पियंस लीग का रुका हुआ सीजन 148 दिन बाद आज से शुरू हो रहा है। कोरोना के चलते स्टेडियम में दर्शक नहीं होंगे, मैदान में थूकने पर यलो कार्ड मिलेगा और संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए एक मैच में 30 फुटबॉल इस्तेमाल की जाएंगी। अब 8 टीमों के बीच 17 दिन में 11 मैच खेले जाएंगे। फाइनल समेत सभी मुकाबले पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में भारतीय समयानुसार रात 12.30 से होंगे।
चैम्पियंस लीग में प्री-क्वार्टरफाइनल के लेग-2 के 4 मुकाबले होना बाकी थे, जो 7 और 8 अगस्त को होंगे। शुक्रवार को दो मैच युवेंटस-लियोन और मैनचेस्टर सिटी-रियाल मैड्रिड के बीच मैच होंगे। अगले दिन बार्सिलोना और नेपोली के अलावा बायर्न म्यूनिख और चेल्सी के बीच मुकाबला होगा।
डिफेंडिंग चैम्पियन लिवरपूल बाहर
चैम्पियंस लीग में पिछली बार 12 मार्च को 2 मैच खेले गए थे। पहले मुकाबले में एटलेटिको ने डिफेंडिंग चैम्पियन लिवरपूल को हराकर बाहर कर दिया था। एटलेटिको क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है। वहीं, दूसरे मैच में पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) ने बोरुसिया डॉर्टमंड को 2-0 से हराया था।
पहली बार क्वार्टर और सेमीफाइनल एक ही लेग में होंगे
कोरोना के कारण पहली बार लीग में क्वार्टर और सेमीफाइनल एक ही लेग में होंगे। इससे पहले हर एक टीम को लेग-1 का मैच अपने मैदान और लेग-2 का मुकाबला विपक्षी टीम के घर में खेलना होता था।
कोरोना की वजह से क्या नया होगा
- दर्शकों के बगैर सभी मैच होंगे
- एक मैच में 30 बॉल इस्तेमाल की जाएंगी
- स्टेडियम में बिल बोर्ड और स्क्रीन पर कोरोना गाइडलाइंस दिखाई जाएंगी
- मैदान पर थूकने पर येलो कार्ड मिलेगा
- फुटबॉल बाहर जाने पर बॉल बॉय उसको सैनिटाइज करने के बाद ही मैदान में रखेंगे
- सोशल डिस्टेंसिंग के कारण प्लेयर्स को कई बसों में ट्रेवल कराया जाएगा
- एक खिलाड़ी के पॉजिटिव आने पर पूरी टीम और स्टाफ क्वारैंटाइन रहेंगे
- टीमें हर मैच में 3 की बजाय 5 खिलाड़ियों को बदल (कोरोना सब्सिट्यूट) सकेंगी
इस सीजन में अब तक 108 मैच में 344 गोल दागे गए
अब तक टूर्नामेंट में सभी 32 टीमों के बीच कुल 119 में से 108 मैच हो चुके हैं। इनमें 3 गोल प्रति मैच की औसत से कुल 344 गोल दागे गए। जर्मनी के क्लब बायर्न म्यूनिख के खिलाड़ी रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने 6 मैच में सबसे ज्यादा 11 गोल दागे और 2 असिस्ट किए हैं।
क्वार्टरफाइनल
मैच | टीमें | तारीख |
1 | अटलांटा vs पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) | 12 अगस्त |
2 | आरबी जिपजिग vs एटलेटिको मैड्रिड | 13 अगस्त |
3 | नेपोली/बार्सिलोना vs चेल्सी/बायर्न म्यूनिख | 14 अगस्त |
4 | रियाल मैड्रिड/मैन. सिटी vs युवेंट्स/लियोन | 15 अगस्त |
सेमीफाइनल
मैच | टीमें | तारीख |
1 | क्वार्टरफाइनल 1 vs 2 | 18 अगस्त |
2 | क्वार्टरफाइनल 3 vs 4 | 19 अगस्त |
म्यूनिख ने इस टूर्नामेंट में सभी मैच जीते
बायर्न म्यूनिख एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने अब तक टूर्नामेंट के अपने सभी 7 मैच जीते। कोई मैच ड्रॉ भी नहीं हुआ। इसके बाद इंग्लिश क्लब मैनचेस्टर सिटी ने 7 में से 5 मैच जीते, 2 मुकाबले ड्रॉ खेले। फरवरी में ही यूईएफए ने सिटी को फाइनेंशियल फेयर प्ले (एफएफपी) नियम के उल्लंघन का दोषी पाया था। साथ ही टीम पर चैम्पियंस लीग में खेलने पर 2 साल का प्रतिबंध और 232 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था।