छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई 31 मार्च 2022। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) ने गेंदबाजों की मदद से मजबूत कोलकाता नाइटराइडर्स को हरा दिया। वानिंदु हसरंगा और आकाश दीप ने सात विकेट लेकर कोलकाता की टीम को तहस-नहस कर दिया। गेंदबाजों के इस प्रदर्शन को बल्लेबाज बर्बाद करने वाले थे, लेकिन किसी तरह टीम की नैया पार लग गई। दिनेश कार्तिक और हर्षल पटेल ने चार गेंद शेष रहते हुए टीम को जीत दिला दी।
दोनों कप्तानों का कैसा रहा प्रदर्शन
पिछले मैच की तुलना में फाफ डुप्लेसिस फिल्डिंग के दौरान ज्यादा बेहतर नजर आए। उन्होंने गेंदबाजों का सही से इस्तेमाल किया। दिनेश कार्तिक और विराट कोहली से भी सलाह ली। डुप्लेसिस को ज्यादा अटैकिंग कप्तान नहीं माना जाता, लेकिन कोलकाता के खिलाफ मैच में वे बदले-बदले से नजर आए। गेंदबाजों का सही से इस्तेमाल किया और विपक्षी टीम को रन नहीं बनाने दिए। दूसरी ओर, श्रेयस अय्यर की कप्तानी में पहले मैच जैसी धार नहीं दिखी। हो सकता है कि छोटे स्कोर के कारण वे गेंदबाजों को ठीक से रोटेट नहीं कर पाए हो। फिल्डिंग में भी कई बार देखने को मिला कि सही जगह पर कोई खिलाड़ी ही नहीं है।
आरसीबी के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: आईपीएल में बहुत दिनों बाद यह देखा गया है कि आरसीबी की टीम शीर्ष क्रम के फेल होने के बाद मध्यक्रम के सहारे जीती है। शुरू के तीन बल्लेबाजों ने कुल 17 रन बनाए। इसके बाद डेविड विली, शेरफेन रदरफोर्ड और शाहबाज अहमद ने टीम को जीत के करीब तक पहुंचाया और दिनेश कार्तिक ने हर्षल पटेल के साथ मिलकर मैच को फिनिश किया।
पिछले मैच में 205 रन का स्कोर नहीं बचाने वाली आरसीबी के गेंदबाजी इस मैच में बेहतर नजर आई। उन्होंने कुल 65 गेंद पर रन बनाने ही नहीं दिया। हसरंग, आकाशदीप और हर्षल पटेल ने कहर बरपा दिया। अब देखना है कि आगे के मैचों में टीम की गेंदबाजी कैसी रहती है, क्योंकि आरसीबी के साथ एक बड़ी समस्या यह रही है कि टीम टुकड़ों में बेहतर प्रदर्शन करती है। निरंतरता की कमी साफ झलकती है।
नकारात्मक पक्ष: अनुज रावत लगातार दूसरे मैच में फेल हो गए हैं। पहले मैच में पंजाब किंग्स के खिलाफ 21 रन बनाकर आउट हुए थे और अब कोलकाता के खिलाफ खाता भी नहीं खोल सके। शीर्ष क्रम के फेल होने के बाद मध्यक्रम के बल्लेबाजों को इस छोटे स्कोर को हासिल कर लेना चाहिए थे। उन्होंने अच्छी शुरुआत के बाद अपने विकेट गंवाए।
कोलकाता के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: इस मैच में कोलकाता के लिए सिर्फ गेंदबाजी ही सही रही है। बल्लेबाजों द्वारा सिर्फ 128 रन बनाने के बावजूद उन्होंने आरसीबी को हर एक रन के लिए परेशान किया। कोलकाता के गेंदबाजों ने 62 डॉट गेंदें फेंकी थी। उमेश यादव, टिम साउदी और सुनील नरेन का इकॉनमी रेट तो छह से भी नीचे का रहा। अगर 15-20 रन और बने होते तो कोलकाता की टीम मैच जीत सकती थी।
नकारात्मक पक्ष: फ्रेंचाइजी द्वारा रिटेन किए गए वेंकटेश अय्यर लगातार दूसरे मैच में फ्लॉप हो गए। नीतीश राणा और सैम बिलिंग्स एक बार फिर से मौके का फायदा नहीं उठा सके। बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम की फिल्डिंग भी खराब रही। खिलाड़ियों ने रनआउट के कई आसान मौके गंवाए।