छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चेन्नई 01 मई 2022। श्रीलंका में आए आर्थिक संकट के बीच तमिलनाडु सरकार की ओर से विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया है। इस प्रस्ताव के तहत तमिलनाडु सरकार श्रीलंका को भोजन और जीवन रक्षक दवाएं भेजना चाहता है। अब राज्य सरकार के इस प्रस्ताव का भाजपा के स्थानीय संगठन ने स्वागत किया है। भाजपा की राज्य इकाई की ओर से मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को पत्र लिखा गया है।
राज्य भाजपा की ओर से कहा गया है कि तमिलनाडु विधानसभा में पारित प्रस्ताव का भाजपा स्वागत करती है। इसके साथ ही हम इस तथ्य के लिए भी आश्वस्त हैं कि तमिलनाडु के लोगों की ओर से दी जा रही मदद पूरे श्रीलंका के लोगों को पहुंचाई जा रही है। पत्र में आगे कहा गया है, तमिलनाडु सरकार की कुछ हालिया कार्रवाइयां सिर्फ राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए थीं, विशेषकर ऑपरेशन गंगा के दौरान। इसलिए हम सिर्फ इस बात के लिए चिंतित हैं कि यह प्रस्ताव भी एसी ही कवायद न बन जाए। राज्य भाजपा इकाई की ओर से कहा गया है कि हमें उम्मीद है कि तमिलनाडु सरकार की ओर से प्रस्ताव के अनुरूप जल्द ही केंद्र सरकार की मदद से श्रीलंका के लोगों को सहायता पैकेज सौंपा जाएगा।
भारत ने भेजी दवाओं व चिकित्सा आपूर्ति की बड़ी खेप
भारत ने नौसेना के जहाज की मदद से महत्वपूर्ण दवाओं की एक बड़ी खेप श्रीलंका पहुंचाई है। भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने शनिवार को बताया, ‘गवर्नमेंट मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन’ ने एक पोर्टल बनाया है, जो दवाओं और अन्य आवश्यक सामग्रियों के दान की मांग कर रहा है। इस मांग के आधार पर ही भारत की ओर से जीवनरक्षक दवाओं की खेप भेजी गई है।
बौद्ध भिक्षुओं ने दी सरकार विरोधी फरमान जारी करने की धमकी
श्रीलंकाई शक्तिशाली बौद्ध भिक्षुओं ने राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे की सरकार के खिलाफ एक फरमान जारी करने की धमकी दी है। उन्होंने देश में आर्थिक व सियासी संकट को हल करने के लिए अंतरिम सरकार के लिए रास्ता बनाने में सरकार की नाकामी के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी भी दी। बौद्ध भिक्षु सिरिसुमना ने कहा, वे एक बैठक में सरकार के खिलाफ एक फरमान भी जारी करेंगे।