छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
वाराणसी 30 नवंबर 2020। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के बीच सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। किसान आंदोलन की तरफ इशारा करते हुए पीएम ने कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों को नए विकल्प मिले हैं, लेकिन कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि कानून पर किसानों में भ्रम फैलाया जा रहा है। जिन्होंने किसानों के साथ छल किया है, वे ही अब किसानों में भ्रम फैला रहे हैं। नया कानून किसानों को विकल्प देने वाला है. पीएम ने कहा कि सरकारें कानून-कायदे बनाती हैं, कुछ सवाल स्वाभाविक है यह लोकतंत्र का हिस्सा है। लेकिन पिछले कुछ समय से अलग ही ट्रेंड देखने को मिल रहा है। पहले सरकार एक फैसला नहीं पसंद आता था तो विरोध होता था। मगर अब भ्रम फैलाया जा रहा है कि भविष्य में इसके नतीजे अच्छे नहीं होंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि एतिहासिक कृषि सुधार को लेकर यही खेल खेला जा रहा है. ये वही लोग हैं जिन्होंने किसानों के साथ छल किया था. एमएसपी होता था. मगर खरीद कम होती थी। किसानों के साथ छल होता था. किसानों के नाम बड़े बड़े कर्ज माफी होती थी. मगर पहुंचती नहीं थी।
कृषि सुधारों से नए विकल्प मिले-पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के खंडूरी गांव में वाराणसी-प्रयागराज 6-लेन हाइवे का लोकार्पण करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के बीच नए कृषि कानूनों पर स्थिति स्पष्ट की।
पीएम मोदी ने कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों के लिए नए रास्ते मिले हैं. इन कानूनों में पुराने सिस्टम पर रोक लगाने का कोई प्रावधान नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले मंडी के बाहर हुए लेनदेन ही गैरकानूनी थे। ऐसे में छोटे किसानों के साथ धोखा होता था, विवाद होता था. अब छोटा किसान भी, मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी एक्शन के लिए कदम उठा सकता है. किसान को अब नए विकल्प भी मिले हैं और धोखे से कानूनी संरक्षण भी मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसानों को बड़े बाजार के लिए विकल्प देकर सशक्त बनाया जा रहा है। किसानों के हित में सुधार किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें अधिक विकल्प मिलेंगे। क्या एक किसान को अपनी उपज सीधे उन लोगों को बेचने की स्वतंत्रता नहीं मिलनी चाहिए जो उन्हें बेहतर मूल्य और सुविधाएं देते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई पुराने सिस्टम से लेनदेन को उचित समझता है तो इस कानून में कोई रोक नहीं लगाई है। नए कृषि सुधारों से नई विकल्प और नए कानूनी और संरक्षण दिए गए हैं।
किसानों को मजबूत बनाने का प्रयास- मोदी
वाराणसी में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि किसान को आधुनिक सुविधाएं देना, छोटे किसानों को संगठित करके उन्हें ताकतवर बनाना और किसानों को मजबूत करने का प्रयास जारी है। फसल बीमा हो या सिंचाई, बीज हो अथवा बाजार, मार्केट हर स्तर पर काम किया गया है. किसान हित में किए गए कृषि सुधार ऐसे ही विकल्प किसान को देते हैं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अगर किसान को कोई ऐसा ही खरीदार मिल जाए जो सीधा खेत से फसल उठाए तो क्या उसकी अपनी उपज उसे बेचने की आजादी मिलनी चाहिए कि नहीं?
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के कृषि प्रोडक्ट पूरी दुनिया में मशहूर हैं। उन्होंने पूछा कि क्या किसान की इस बड़े बाजार और ज्यादा दाम तक पहुंच नहीं होनी चाहिए? अगर कोई पुराने सिस्टम से ही लेनदेन ही ठीक समझता है तो उस पर भी कहां रोक लगाई गई है? पहले मंडी के बाहर हुए लेनदेन ही गैरकानूनी थे। ऐसे में छोटे किसानों के साथ धोखा होता था, कई प्रकार का विवाद हुआ करते थे। अब छोटा किसान भी, मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी कार्रवाई कर सकता है।