छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कीव 27 मार्च 2022। रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी को पहला हमला किया था। इसके बाद से यह जंग खतरनाक होती जा रही है। जंग के 32 दिन बीत जाने के बाद भी रूस, यूक्रेन में भारी तबाही मचा रहा है। रविवार को उसने यूक्रेन के मारियूपोल और लवील पर मिसाइल अटैक किया। इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की का बयान सामने आया है। उन्होंने यूरोपीय देशों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हम मशीनगन और शॉटगन से रूसी मिसाइलों का मुकाबला नहीं कर सकते हैं। हम हथियारों का इंतजार करते-करते थक गए हैं।
मारियूपोल को बचा पाना संभव नहीं
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि, अब मारियूपोल को बचा पाना संभव नहीं है। दरअसल, रूस ने यहां पर मिसाइलों से जबरदस्त हमला बोल दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि हमें रूस को रोकने के लिए टैंक और प्लेन चाहिए। पोलिश राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूड के साथ हुई एक वर्चुअल मीटिंग में जेलेंस्की ने निराशा जाहिर करते हुए कहा कि, वो निराश हैं कि यूक्रेन को पोलिश मिग-29 जेट नहीं मिला है।
जेलेंस्की बातचीत को तैयार
इन हमलों के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने एक बार फिर से बातचीत की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि, अब बातचीत का समय आ गया है, जिससे इस तबाही को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि, रूस अपनी गलतियों को सुधारे नहीं तो इसका अंजाम पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा।
रूस ने दिए थे हमले तेल करने के संकेत
युद्ध के बीच रूस की ओर से शनिवार को संकेत दिए गए थे, कि वह जंग को लेकर अपनी रणनीति को बदल रहा है। रूसी सैन्य अधिकारी ने कहा था कि, हमने यूक्रेन में युद्ध के पहले चरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। अब हम दूसरे चरण की ओर आगे बढ़ रहे हैं। हमारा लक्ष्य डोनाबास पर पूर्ण नियंत्रण है। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कसाई कहा है।