छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 18 दिसंबर 2023। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि ‘गरीबी हटाओ’ का नारा अलग बात है लेकिन अब देश के गरीब यह कहते हैं कि उनके घर में रसोई गैस का सिलिंडर आने के बाद अमीर और गरीब का भेद मिट गया है। उन्होंने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को किसी राजनीतिक पार्टी का नहीं बल्कि देश का काम करार दिया और कहा कि यह यात्रा सरकार द्वारा चलायी जा रही परियोजनाओं को लेकर जनता की प्रतिक्रिया जानने का अवसर है। उनका कहना था कि यह यात्रा खुद उनके लिये भी एक कसौटी और परीक्षा है कि जो उन्होंने कहा था वह वास्तव में जनता तक पहुंच भी रहा है या नहीं।
लाभार्थियों से की बात
अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे मोदी ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कांग्रेस के ‘गरीबी हटाओ’ के नारे का जिक्र करते हुए कहा, ”गरीबी हटाओ का नारा तो अलग बात है लेकिन अभी एक बहन ने कहा कि गरीब और अमीर का भेद मिट गया है। जब एक गरीब कहता है कि मेरे घर में गैस का चूल्हा आते ही गरीबी और अमीरी का भेद खत्म हो गया है। उस संतोष की बात ही कुछ और है।”
प्रधानमंत्री ने इसी साल मई में जयपुर में आयोजित एक जनसभा में कांग्रेस के ‘गरीबी हटाओ’ अभियान को आजाद भारत के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताया था। मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ”तमाम योजनाएं चलायी जा रही हैं लेकिन अब भी खबर मिलती है कि फलां गांव में कोई व्यक्ति फलां योजना के लाभ से वंचित रह गया है। इसलिये विकसित भारत संकल्प यात्रा निकाली जा रही है। हमने तय किया कि फिर से एक बार देश भर में जाएं। सरकार की जो योजनाएं हैं… जिन्हें (लाभ) मिला है, उनसे सुनें कि उन्हें क्या-क्या (लाभ) मिला। (लाभ) कैसे मिला । (लाभ) प्राप्त करने में कोई कठिनाई तो नहीं हुई। कोई रिश्वत तो नहीं देनी पड़ी। जितना तय था उतना मिला या उससे कम मिला। एक बार जाएंगे तो इसका हिसाब-किताब भी हो जाएगा।यह विकसित भारत संकल्प यात्रा एक प्रकार से मेरी भी कसौटी है, परीक्षा है, मैं आपके मुंह से सुनना चाहता हूं और देशभर से सुनना चाहता हूं कि जैसा मैंने कहा था वैसा हुआ या नहीं।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों से आह्वान किया , ‘‘वे भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का मिजाज बनाएं। सुविधाओं से वंचित लोगों को जब योजनाओं की सारी जानकारी मिलती है तो उनको लगता है कि यही समय है हम भी कुछ करें। जब 140 करोड लोगों के मन में यह लगता है कि यही समय है, तब देश आगे बढ़ के रहेगा।” उन्होंने कहा कि विकसित भारत का सपना हर देशवासी के मन में उसी तरह पलना चाहिये जैसे कि आजादी की दीवानगी उस वक्त लोगों के मन में बस गई थी। उन्होंने कहा कि उस वक्त हिन्दुस्तान का हर व्यक्ति कहने लगा था कि वह आजादी के लिये काम कर रहा है, पूरे देश में जब यह माहौल बन गया था और देश उठ खड़ा हुआ था तब अंग्रेजों को देश से भागना पड़ा था।
…तो मंजिल दूर नहीं होती
मोदी ने कहा, ”अगर इस समय 140 करोड देशवासी इसी मिजाज से बढ़ जाएं कि अब हमें देश को आगे ले जाना है, हर एक की जिंदगी बदलनी है। एक बार मन में यह बीज रहेगा तो 2047 में भारत विकसित राष्ट्र बन जाएगा। मन बन जाता है तो मंजिल दूर नहीं होती।” प्रधानमंत्री ने कहा, ”विकसित भारत संकल्प यात्रा एक प्रकार से देश का काम है। यह किसी राजनीतिक दल का काम नहीं है। मैं मानता हूं जो इस काम को करता है वह बहुत पवित्र काम करता है। जो दूर से देख रहा है या अखबार में पढ़ रहा है उसे समझना चाहिए कि मेरी गाड़ी छूट रही है। मैं मौका छोड़ रहा हूं।”
प्रधानमंत्री ने देशवासियों का आह्वान किया कि विकसित भारत संकल्प यात्रा जिस शहर या जिस वार्ड में जाने वाली हो वहां उसका भव्य स्वागत होना चाहिए तथा जिन लोगों को योजनाओं का लाभ मिला है उन्हें पूरे विश्वास के साथ बताना चाहिए क्योंकि अच्छी बात बताने से भी अच्छाई का वातावरण पैदा हो जाता है। उन्होंने दावा किया कि विकसित भारत का संकल्प पूरा करना मुसीबतों से मुक्ति का मार्ग है।
एंबुलेंस को दिया रास्ता
मोदी ने कहा, ”मैंने देखा है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा जहां-जहां गई है वहां पर सरकारी अधिकारियों पर सकारात्मक प्रभाव हुआ है। उनको अपने काम का संतोष होने लगा है।” इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। काशी पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री के काफिले पर लोगों ने फूलों की पंखुड़ियों से वर्षा की। इसी दौरान उनका कारवां रोककर एक एम्बुलेंस को रास्ता दिया गया।