छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
हैदराबाद 30 अगस्त 2024। कंगना रनौत अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ रिलीज से पहले ही मुश्किलों में फंसती नजर आ रही है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने सिख समुदाय के नेताओं को भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार कानूनी सलाह लेने के बाद राज्य में कंगना रनौत अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करेगी। रेड्डी सरकार के सलाहकार मोहम्मद अली शब्बीर ने इसकी जानकारी दी है।
इस बीच बीच शिरोमणि अकाली दल ने भी केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को कानूनी नोटिस भेजा है। पार्टी ने सिख समुदाय से संबंधित लोगों के चित्रण पर चिंता जताते हुए फिल्म की रिलीज को रोकने की मांग कर रही है। शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने यह नोटिस भेजा है। इसमें दावा किया गया है कि ‘इमरजेंसी’ के हाल ही में जारी ट्रेलर में ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से दर्शाया गया है। ये चित्रण सिख समुदाय का गलत चित्रण करते हैं। यह नफरत और सामाजिक कलह को बढ़ावा देता है।
तेलंगाना में किसने की मांग?
इससे पहले भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की पूर्व अधिकारी तेजदीप कौर मेनन के नेतृत्व में तेलंगाना सिख सोसाइटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने सचिवालय में शब्बीर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ‘इमरजेंसी’ की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की। शब्बीर ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने फिल्म में सिख समुदाय के प्रदर्शन पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
बयान के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि ‘इमरजेंसी’ में सिखों को आतंकी और राष्ट्र-विरोधी तत्व के रूप में दिखाया गया है। यह अपमानजनक और समुदाय की छवि को ठेस पहुंचाने वाला है। शब्बीर ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वह तेलंगाना में ‘इमरजेंसी’ के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करें। शब्बीर ने रेड्डी से मुलाकात के बाद बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कानूनी सलाह लेने के बाद इस मुद्दे पर फैसला किया जाएगा।