छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
किश्तवाड़ 11 अगस्त 2024। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के सुदूर जंगल में रविवार तड़के सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। अनंतनाग में हुई मुठभेड़ के अगले दिन यह मुठभेड़ हुई है। फिलहाल सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है। आतंकियों की तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार, आतंकवादियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद सेना और अर्धसैनिक बलों की मदद से पुलिस ने नौनट्टा, नागेनी पेयास और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान शुरू किया। इसके कुछ देर बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। दोनों तरफ से गोलीबारी हुई।
फिहाल इलाके में अतिरिक्त बल भेजा गया है और आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है। यह मुठभेड़ दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग जंगल में भीषण मुठभेड़ में दो सैन्यकर्मियों हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा के शहीद होने और दो नागरिकों सहित छह अन्य के घायल होने के एक दिन बाद हुई है।
अनंतनाग मुठभेड़ में दो जवान बलिदान, दो नागरिकों समेत छह घायल
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके के सुदूरवर्ती जंगल क्षेत्र में आतंकियों से शनिवार शाम मुठभेड़ में दो जवान बलिदान हो गए। दो नागरिकों व चार जवानों समेत छह घायल हुए हैं। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी है ताकि दहशतगर्द मौके से भाग न निकलें। हालांकि, सेना की ओर से फिलहाल जवानों के घायल होने की बात कही जा रही है।
पुलिस ने बताया कि कोकरनाग के अहलान गडोल इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद तुरंत सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू किया। सुरक्षाबलों को नजदीक आते देख छिपकर बैठे आतंकियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। इससे मुठभेड़ शुरू हो गई। गोलीबारी में छह जवान घायल हो गए। इन्हें तत्काल निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान इनमें से दो जवानों ने दम तोड़ दिया।
सेना के अनुसार फायरिंग के दौरान दो नागरिक भी घायल हुए हैं। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि दोनों नागरिकों के आतंकियों के साथ संबंध तो नहीं रहे हैं। ऑपरेशन में जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और सीआरपीएफ के जवानों को लगाया गया है।
मुठभेड़ शुरू होते ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों को मौके पर भेजा गया है। पूरे इलाके में रोशनी कर घेराबंदी की गई है ताकि आतंकियों का सफाया किया जा सके। घना जंगल होने के कारण सुरक्षा बलों की ओर से सतर्कता बरतते हुए कार्रवाई की जा रही है ताकि और अधिक जानी नुकसान न होने पाए।