
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
इंफाल। मणिपुर में पर्यटन 10-20 प्रतिशत कम हो गया है ऐसे में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने लोगों से हिंसा रोकने और जातीय संकट को समाप्त करने के लिए शांतिपूर्ण बातचीत शुरू करने की अपील की है। पूर्वोत्तर राज्य में 3 मई को शुरू हुई जातीय हिंसा के बाद से 180 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं। सीएम ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि पर्यटन थोड़ा प्रभावित हुआ है यानी कि 10-20 प्रतिशत की कमी आई है। हालांकि इंफाल क्षेत्र और दो जिलों को छोड़कर पहाड़ी के अन्य हिस्सों में स्थिति सामान्य है।
धीरे-धीरे हो रही स्थिति सामान्य
बीरेन सिंह ने आगे कहा, ‘संकट के समय इंफाल घाटी में भी सुरक्षा वाहनों को जाने की इजाजत नहीं थी। हमें कुछ समय लेना होगा क्योंकि सभी हमारे लोग हैं।’ हम उनके खिलाफ बल प्रयोग नहीं कर सकते। धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। हमें लोगों को समझाना होगा’। साल 2023 में मणिपुर में हुई हिंसा के बारे में पूछे जाने पर सीएम ने कहा ‘हमें 8 महीने नहीं गिनने चाहिए’ क्योंकि 4-5 महीने ऐसे थे जब राज्य में कोई संकट नहीं था।
तीन मई से आप 8 महीने गिन रहे हैं लेकिन 4-5 महीनों में कोई संकट नहीं था। सब कुछ शांतिपूर्ण था। हमें 8 महीने नहीं बल्कि केवल वह समय गिनना चाहिए जब संकट आया था’। उन्होंने कहा, ‘समस्या के समाधान में समय लगता है लेकिन इस बीच, मैं देश के सभी नागरिकों, विशेषकर मणिपुर के लोगों से हिंसा रोकने और शांतिपूर्ण बातचीत शुरू करने की अपील करना चाहता हूं। हमें साथ रहना है। हमें विस्थापितों को उनकी जगह पर बसाना है। बच्चों को भी स्कूल जाना होगा’।