छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई 03 जुलाई 2023। नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर में नीता अंबानी ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर वार्षिक उत्सव की एक परंपरा शुरु की है। इस दौरान उत्सव की शुरुआत करते हुए बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने गुरु और शिष्य के रिश्ते को लेकर एक बहुत ही प्यारी स्पीच दी है। नीता अंबानी की स्पीच में भारतीय परंपरा की झलक और गुरु को लेकर सम्मान और संस्कार साफ नजर आया। सभी के सामने नीता ने बहुत ही प्यार से अपने गुरु और ससुर धीरुभाई अंबानी के प्रति भी सम्मान व्यक्त किया है।
‘मैं तहे दिल से आपका स्वागत करती हूं’
नीता अंबानी ने अपनी स्पीच नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर में मौजूद सारे कलाकारों मित्रों और उपस्थित दर्शकों के अभिवादन के साथ की। इसके बाद नीता ने कहा कि – ‘मैं तहे दिल से आप सभी का NMACC में स्वागत करती हूं, सबसे पहले आप सभी को गुरु पूर्णिमा की ढेरों शुभकामनाएं, गुरु पूर्णिमा के इस अवसर पर हम परंपरा कार्यक्रम के जरिए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, गुरु पूर्णिमा उत्सव गुरु और शिष्य के बीच एक खास रिश्ते को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। गुरु नाम आते ही एक गहरी पवित्रता का अहसास होता है।’ वहीं इस दौरान नीता ने अपने ससुर श्री धीरुभाई अंबानी को अपना गुरु बताया।
ये होता है गुरु का अर्थ
नीता अंबानी ने आगे कहा कि – ‘यदि गुरु शब्द का मतलब देखे तो गु का अर्थ होता है अंधकार और रु का अर्थ होता है उजाला। यानी की गुरु अपने शिष्यों के जीवन से अंधकार दूर करते हैं और उनका जीवन उजाले से भर देते हैं, एक गुरु हमारा शिक्षक, मेंटोर, गाइड, सहायक और सारथी होता है। श्रीकृष्ण से लेकर द्रोणाचार्य तक, मैत्रेयी से चाणक्य तक और सावित्रीबाई फुले से लेकर स्वामी विवेकानंद तक, भारत को समय-समय पर कई ऐसे प्रेरक गुरुओं का साथ मिला। उन्होंने न सिर्फ अपनी शिष्यों के जीवन को बदला, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित किया।’