
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 13 अप्रैल 2023। उमेश पाल हत्याकांड में डेढ़ महीने से फरार चल रहा माफिया अतीक अहमद का बेटा असद गुरुवार (13 अप्रैल) को झांसी में यूपी एसटीएफ द्वारा मुठभेड़ में मारा गया है। उसके साथ ही शूटर गुलाम भी मारा गया है। गौरतलब है कि दोनों ने दिल्ली में भी कई दिनों तक पनाह ली थी। उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी असद अहमद व शूटर गुलाम को दिल्ली में एनकाउंटर होने का डर सताता रहा था। यही वजह थी कि असद अहमद हमेशा तीन से चार हथियारों के साथ रहता था। सोते समय भी वह हथियार अपने पास रखता था। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के सूत्रों की माने तो असद अहमद गुलाम के साथ हथियार समेत फरार हुआ था। दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आने से असद मामूली फासले से बच गया। स्पेशल सेल की टीम दो दिन बाद संगम विहार पहुंची थी। इससे पहले असद गुलाम के साथ फरार हो गया था।
स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि माफिया डॉन अतीक अहमद के पूर्व ड्राइवर शफीक ने असद के दिल्ली ठहरने की व्यवस्था की थी। उसने असद को अपने जानकार जीशान, खालिद व जावेद के पास दिल्ली भेजा था। बताया जा रहा है कि ये लोग यूपी से बस से दिल्ली पहुंचे थे।
बस अड्डे से ये ऑटो से संगम विहार गए थे। इन मददगारों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने शफीक के कहने पर असद को अपने घर में पनाह दी थी। असद तीनों के घर में रूका था और दो दिन बाद घर बदल लेता था। संगम विहार में रहने के दौरान किसी पड़ोसी ने आरोपियों को पहचाना नहीं था।
ज्यादातर दिन घर के भीतर ही बिताए
पुलिस अधिकारियों के अनुसार माफिया डॉन का बेटा व शूटर दिल्ली में 15 दिन की पनाह के दौरान इन आरोपियों के घर में ही रहे थे। कभी कभार ये संगम विहार में ही घूमने निकल जाते थे। दोनों आरोपी घूमने के लिए कभी संगम विहार से बाहर नहीं गए। ये दोनों उमेश पाल की हत्या के बाद ही दिल्ली आ गए थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस दौरान असद ने अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया। वह मददगारों के फोन से ही यूपी में कई जगहा बात करता था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जावेद भी हथियार रखता था। असद व शूटर ज्यादातर जावेद के घर रहे थे। तीन मददगार संगम विहार में आसपास ही रहते हैं।
उमेश पाल हत्याकांड में वांछित था असद अहमद
माफिया से नेता बने अतीक अहमद का बेटा असद और मकसूदन का बेटा गुलाम दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे और प्रत्येक पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। यूपी एसटीएफ ने जानकारी दी कि झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपीएसटीएफ की टीम के साथ मुठभेड़ में दोनों मारे गए। उनके पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, असद अहमद झांसी के परीक्षा डैम इलाके में छिपा था।
हत्यारों को सजा मिलना तय था- केशव प्रसाद मौर्य
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद ने कहा कि अतीक के बयानों को ज्यादा महत्व देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “जो अपराध करेगा वो बचेगा नहीं, उसे फांसी होगी और अगर पुलिस से भिड़ेगा तो पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी होगी। यूपी एसटीएफ़ की इस कार्रवाई से पूरे उत्तर प्रदेश में खुशी है। ऐसे अपराधियों के साथ ऐसा ही होना चाहिए। हत्यारों को सजा मिलना तय था। अतीक अहमद के बेटे असद और उनके सहयोगी के पुलिस मुठभेड़ पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “मैं इस कार्रवाई के लिए यूपी एसटीएफ को बधाई देता हूं। उनके द्वारा फायरिंग किए जाने पर पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। यह बहुत ऐतिहासिक कार्रवाई है और बहुत बड़ा संदेश है कि अपराधियों का युग समाप्त हो गया है। यह नया भारत है। यह यूपी में योगी सरकार है, सत्ता में समाजवादी नहीं है जिसने अपराधियों को संरक्षण दिया।
योगी राज में देर है अंधेर नहीं- उमेश पाल की मां
वहीं, दूसरी ओर मृतक उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा कि जो हुआ अच्छा हुआ। इंसाफ की शुरुआत हुई है। प्रशासन न्याय दिलाएगा। असद अहमद के एंकाउटर पर उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करती हूं। उन्होंने जो किया है बहुत अच्छा किया है। उन्होंने अपनी बेटी के सुहाग के कातिलों को सजा दिलाई। इंसाफ हुआ है। पुलिस ने बहुत सहयोग किया। वहीं, उमेश पाल की मां ने कहा कि योगी राज में देर है अंधेर नहीं। उमेश पाल की मां शांति देवी ने कहा, “यह मेरे बेटे को श्रद्धांजलि है। मैं सीएम योगी जी को न्याय देने के लिए धन्यवाद देती हूं और उनसे अपील करती हूं कि हमें आगे भी न्याय दें। हमें सीएम पर पूरा भरोसा है।