‘देश और सेना के हित में है अग्निपथ योजना, इसमें नहीं देंगे दखल;…दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज की याचिका

Chhattisgarh Reporter
शेयर करे

छत्तीसगढ़ रिपोर्टर  

नई दिल्ली 27 फरवरी 2023। दिल्ली हाईकोर्ट ने सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की अग्निपथ योजना को चुनौती देने वाली याचिकाओं को सोमवार को खारिज करते हुए कहा कि इस योजना को राष्ट्रीय हित और सशस्त्र बल को बेहतर बनाने के लिए लाया गया है। चीफ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ ने कहा कि अग्निपथ योजना में हस्तक्षेप करने की कोई वजह नजर नहीं आती। पीठ ने पिछले साल 15 दिसंबर को याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। केंद्र ने पिछले साल 14 जून को अग्निपथ योजना शुरू की थी, जिसके तहत सशस्त्र बलों में युवाओं की भर्ती के लिए नियम निर्धारित किए गए हैं। इन नियमों के अनुसार साढ़े 17 से 21 साल की उम्र के लोग आवेदन करने के पात्र हैं और उन्हें चार साल के लिए सशस्त्र बलों में भर्ती किया जाएगा।

क्यों लाई गई अग्निपथ योजना? 
अग्निपथ योजना समय की जरूरत है। भारत के आसपास माहौल बदल रहा है। बदलते समय के साथ सेना में बदलाव जरूरी है। इसे एक नजरिए से देखने की जरूरत है। अग्निपथ अपने आप में एक स्टैंडअलोन योजना नहीं है। 2014 में जब पीएम मोदी सत्ता में आए, तो उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाना था। ये योजना उसी का एक हिस्सा है।

सेना को क्या फायदा मिलेगा?
देश को सुरक्षित करने के लिए तकनीक, हाईटेक हथियार, सिक्योर डिफेंस कम्युनिकेशन के क्षेत्र में काफी काम हुआ है। हमने नई-नई तकनीक का प्रयोग शुरू किया है। यहां तक की हमने स्पेस पॉवर में भी बड़ी सफलता हासिल की है। इसको ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा युवाओं की जरूरत पड़ेगी जो तकनीक के मामले में दक्ष होते हैं। अग्निपथ योजना इसी का एक हिस्सा है। इससे हमें बड़ी संख्या में टेक फ्रेंडली युवा मिलेंगे।

चार साल बाद क्या करेंगे अग्निवीर? 
2022-23 वर्ष का युवक चार वर्ष अग्निवीर के रूप में गुजारकर जॉब मार्कट में आया है। उसकी तुलना उस युवक से कीजिए जो अग्निवीर नहीं बना। जो अग्निवीर अपने प्रतिस्पर्धी के मुकाबले हर मोर्चे पर आगे रहेगा। इसलिए उसके पास कोई रास्ता बंद नहीं हुआ है। उसके पास करीब 11 लाख रुपये भी हैं। अगर वह चाहे तो पढ़ाई कर सकता है, कोई बिजनेस कर सकता है। पहले का जमाना अलग था। उस वक्त सैनिक रिटायर होने के बाद अपने गांव चला जाता था और वहां अपनी जमीन से अन्न उपजाता था और पेंशन से बाकी खर्चे निकल जाते थे। आज वो हालात नहीं रह गए हैं।

सेना में चार साल बिताने के बाद अग्निवीर जब वापस जाएगा तो वह स्किल्ड और ट्रेन्ड होगा। वह समाज में सामान्य नागरिक की तुलना में कहीं ज्यादा योगदान कर पाएगा। पहला अग्निवीर जब रिटायर होगा तो 25 साल का होगा। उस वक्त भारत की इकनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर की होगी। तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को ऐसे लोग चाहिए होंगे। सेंट्रल आर्म्ड फोर्सेज, राज्य पुलिस समेत अन्य कई भर्तियों में ऐसे ट्रेंड युवाओं की जरूरत होगी। सभी विभागों ने पहले ही अग्निवीरों को नौकरी में वरीयता देने का एलान कर दिया है।

Leave a Reply

Next Post

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगी भारत की भूमिका, अमेरिकी सरकार का दावा- जी20 की अध्यक्षता से मिलेगा फायदा

शेयर करे छत्तीसगढ़ रिपोर्टर   वांशिगटन 27 फरवरी 2023। अमेरिकी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका आने वाले दिनों में बढ़ेगी, साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका भी करीब आएंगे। बीते हफ्ते सिलिकॉन वैली में भारतीय मूल के लोगों को […]

You May Like

एसआई भर्ती पर हाईकोर्ट का फैसला, मेरिट सूची में शामिल उम्मीदवारों को 90 दिन में नियुक्ति देने के आदेश....|....सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, एनकाउंटर में गोली लगने से एक जवान घायल, रायपुर रेफर....|....कवर्धा में भीषण सड़क हादसा; 30 फीट गहरी खाई में गिरा वाहन, 15 लोगों की मौत, 8 घायल....|....वोट न डालने वालों पर बिफरे परेश रावल, कहा- ऐसे लोगों के लिए कुछ प्रावधान होने चाहिए....|....जगदलपुर में तेज रफ्तार बोलेरो का कहर, टक्कर लगने से पुलिसकर्मी घायल: अस्पताल में तोड़ा दम....|....'अरविंद केजरीवाल को मारने की साजिश... दिल्ली मेट्रो में लिखी गईं धमकियां' भाजपा पर आप का बड़ा आरोप....|....धोनी के संन्यास लेने को लेकर आया सीएसके के अधिकारी का बयान....|....लोकसभा चुनाव 2024: अक्षय कुमार, जान्हवी कपूर और अन्य सेलेब्स ने चरण 5 में डाला वोट....|....राजनाथ सिंह ने लखनऊ में परिजनों के साथ किया मतदान, बोले- 400 सीटें जीतेगा एनडीए....|....'अंतरिक्ष में इंसानों को भेजना और अंतरिक्ष स्टेशन बनाना हमारा लक्ष्य', इसरो प्रमुख एस सोमनाथ का एलान