नई दिल्ली 19 फरवरी 2023। रणजी ट्रॉफी 2023 के फाइनल में सौराष्ट्र ने बंगाल को नौ विकेट से हरा दिया है। इसके साथ ही यह टीम पिछले तीन सीजन में दूसरी बार चैंपियन बनी है। फाइनल मैच में जयदेव उनादकट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को खिताब जिताया है। फाइनल मुकाबले में बंगाल ने पहली पारी में 174 रन बनाए थे। इसके जवाब में सौराष्ट्र ने 404 रन जड़ दिए। वहीं, बंगाल की टीम दूसरी पारी में 241 रन ही बना पाई। ऐसे में सौराष्ट्र ने दूसरी पारी एक विकेट खोकर 14 रन बनाए और फाइनल मुकाबला अपने नाम कर लिया। सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने नौ विकेट लिए और अपनी टीम को चैंपियन बनाया। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। वहीं, पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाले अर्पित वसवदा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। जयदेव उनादकट ने अपनी कप्तानी में दूसरी बार सौराष्ट्र को चैंपियन बनाया है। उन्होंने एक कप्तान और खिलाड़ी दोनों किरदार में शानदार प्रदर्शन किया है और अपनी टीम को तीन साल में दो बार चैंपियन बनाने में सफल रहे हैं।
मैच में क्या हुआ?
सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और शानदार शुरुआत की। चेतन साकरिया और उनादकट ने मिलकर दो रन के स्कोर पर सौराष्ट्र के तीन बल्लेबाजों को आउट कर दिया। इसके बाद भी सौराष्ट्र के विकेट गिरते रहे और 65 रन पर छह बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। इसके बाद शाहबाज अहमद और अभिषेक पोरेल ने 101 रन की साझेदारी कर टीम को संभाला और टीम का स्कोर 166 रन तक ले गए। शाहबाज 69 और अभिषेक 50 रन बनाकर आउट हुए। इन दोनों के अलावा अनुस्तुप मजूमदार (16) और आकाश घातक (17) ही दहाई का आंकड़ा छू पाए। बंगाल के तीन बल्लेबाज अपना खाता भी नहीं खोल पाए। बंगाल ने पहली पारी में 174 रन बनाए। सौराष्ट्र के लिए जयदेव उनादकट और चेतन साकरिया ने तीन-तीन विकेट लिए। वहीं, चिराग जनी और धर्मेंद्र सिंह जडेजा को दो-दो विकेट मिले।
बंगाल को 174 रन पर समेटने के बाद सौराष्ट्र ने शानदार बल्लेबाजी की। हार्विक देसाई, जैक्सन वसवदा और चिराग जनी ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं। कप्तान उनादकट, जय गोहिल और चेतन साकरिया ही ऐसे खिलाड़ी थे, जो दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंचे। पूरी टीम के शानदार प्रयास के दम पर सौराष्ट्र ने 404 रन का स्कोर खड़ा किया और पहली पारी में निर्णायक बढ़त ले ली। बंगाल के लिए मुकेश कुमार ने चार और आकाशदीप ईशान पोरेल ने तीन-तीन विकेट लिए।
दूसरी पारी में बंगाल ने थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया और 241 रन बनाए। अनुस्तुप मजूमदार और कप्तान मनोज तिवारी ने अर्धशतक लगाए, लेकिन बंगाल को मैच में वापस लाने के लिए यह काफी नहीं था। जयदेव उनादकट ने छह और चेतन साकरिया ने तीन विकेट लेकर बंगाल को बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोका। चौथे दिन सौराष्ट्र के सामने काफी छोटा लक्ष्य था और सौराष्ट्र ने एक विकेट खोकर 14 रन बना लिए और दूसरी बार रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया।