छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
हिसार (हरियाणा) 26 दिसंबर 2021। हिसार के विनोद मीरकां हत्याकांड में पीड़ितों को न्याय दिलवाने की मांग को लेकर लोगों ने शनिवार को विधायक डॉ. कमल गुप्ता के आवास का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को दो दिन का अल्टीमेटम दिया। विधायक आवास के पास पुलिस ने करीब 300 पुलिस कर्मी तैनात किए। दो जगह बैरिकेडिंग कर रूट डायवर्ट किए। प्रदर्शन में विनोद न्याय संघर्ष समिति, दलित संगठन, सामाजिक संगठन, किसान संगठन, छात्र संगठन, भीम आर्मी, सर्व कर्मचारी संघ, संविधान बचाओ मोर्चा, नगरपालिका कर्मचारी, भावदस, सीआईटूयू, जनवादी महिला समिति शामिल हुए। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने भी मृतक विनोद के परिजनों से मुलाकात की व न्याय की इस लड़ाई में उनका साथ देने की बात कही। सुबह करीब 11 बजे विभिन्न संगठनों के सदस्य नागरिक अस्पताल में धरना स्थल पर एकत्रित हुए। इसके बाद नागरिक अस्पताल से लेकर नागोरी गेट, पारिजात चौक से मलिक चौक तक प्रदर्शनकारियों ने पैदल मार्च निकाला। करीब एक घंटा तक प्रदर्शनकारियों ने विधायक के आवास का घेराव किया। अपनी मांगो को लेकर सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
विधायक डॉ. कमल गुप्ता की गैरमौजूदगी में प्रदर्शनकारियों ने विधायक के पीए को मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र सौंपा। इसके साथ ही हरियाणा सरकार व जिला प्रशासन को दो दिन का अल्टीमेटम भी दिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर दो दिन में पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता व संघर्ष समिति की मांग पूरी नहीं होती तो 15 सदस्यीय कमेटी सख्त निर्णय लेकर बड़ा प्रदर्शन करेगी।
दो जगह बैरिकेडिंग व रूट किया डायवर्ट
विधायक आवास के घेराव व प्रदर्शनकारियों के पैदल मार्च के दौरान विभिन्न संगठनों के लोग सड़कों पर उतरे। इस दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए पुलिस ने रानी लक्ष्मीबाई चौक, पारिजात चौक, मलिक चौक से सहित 3 जगह रूट डायवर्ट किया गया। विधायक आवास के नजदीक दो जगह बैरिकेडिंग की गई। पुलिस की दो कंपनियों को विधायक आवास के घर के बाहर तैनात किया गया था। नागरिक अस्पताल से लेकर विधायक आवास तक प्रदर्शनकारियों के साथ- साथ 150 पुलिस कर्मचारी व 3 डीएसपी तैनाती में रहे।
ये रहे मौजूद
प्रदर्शन के दौरान किसान नेता दिलबाग हुड्डा, नगर पालिका कर्मचारी निगम प्रधान राजेश बागड़ी, संविधान बचाओ मोर्चा के प्रवक्ता कृष्ण माजरा, नगर पालिका कर्मचारी संघ जिला प्रधान सुनील लाडवा, दिनेश खापड़, सतीश मैहरा, डॉ. मनोज अठवाल, शंकुतला जाखड़, पूर्णचंद रती, कुलदीप खरड़, विकास सीसर सहित अन्य सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी मौजूद रहे।
ये हैं मुख्य मांगे
मृतक विनोद न्याय संघर्ष समिति की मुख्य मांग है कि सभी 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए, हत्यारोपियों पर एससी-एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए, मृतक के परिवार को 50 लाख व घायलों के परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए, पीड़ित परिवार को एक-एक डीसी रेट की नौकरी दी जाए, पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए और सभी परिवारों कों बंदूक का लाइसेंस दिया जाए, गांव के सभी अनुसूचित वर्गों की सुरक्षा हेतु स्थायी व्यवस्था की जाए।
12वें दिन भी नहीं हुआ विनोद का अंतिम संस्कार
गौरतलब है कि 14 दिसंबर को मीरकां गांव में पानी की मोटर चोरी को लेकर गांव के ही कुछ लोगों ने विनोद, संदीप व भालसिंह को पीट दिया गया था। इस दौरान विनोद की मौत हो गई थी व संदीप व भालसिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। ऐसे में पीड़ित परिजनों को न्याय दिलवाने की मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा नागरिक अस्पताल में धरना शुरू कर दिया गया था, जोकि अब तक चल रहा है। उधर 12 दिनों से विनोद का शव मोर्चरी में रखा हुआ है, जिसका शनिवार शाम तक अंतिम संस्कार नहीं हो पाया था।
न्याय न मिला तो करनाल में करेंगे प्रदर्शन : चंद्रशेखर
भीम आर्मी चीफ व आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने मृतक विनोद के परिजनों से मुलाकात की उनको न्याय दिलवाने में पूर्ण सहयोग करने की बात कही। आजाद ने कहा कि अगर पीड़ित परिजनों को जल्द से जल्द न्याय नहीं मिलता तो भीम आर्मी द्वारा सीएम सिटी करनाल में जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विरोध स्वरूप हिसार के सभी सरकारी कार्यालयों खोलने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने शासन व प्रशासन के लोगों को बहरा कहते हुए कहा कि बहरों को सुनाने के लिए धमाकों की जरूरत होती है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यह कोई एक जाति विशेष की लड़ाई नहीं है। ये मानवता की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि इस तरह 17 लोगों द्वारा 3 लोगों को पीटना एक दरिंदगी है। इससे पहले चंद्रशेखर ने डीएसपी अशोक कुमार से विनोद हत्याकांड के बारे में बातचीत की व अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।