छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बठिंडा 13 अप्रैल 2023। बठिंडा के मिलिट्री स्टेशन में बुधवार तड़के चार आर्मी जवानों की हत्या के मामले में 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। मिलिट्री स्टेशन के अंदर और बाहर सर्च अभियान जारी है। स्कूल बंद हैं और लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। वहीं चार जवानों की हत्या के बाद बुधवार दोपहर मिलिट्री स्टेशन में एक जवान की गोली लगने से मौत हो गई थी। बठिंडा कैंट पुलिस स्टेशन के एसएचओ गुरदीप सिंह ने बताया कि सर्विस हथियार की गलती से गोली चलने के कारण लघु राज शंकर की मौत हुई है। इसका बुधवार सुबह हुई चार हत्याओं से कोई संबंध नहीं है।
सो रहे जवानों को बनाया गया था निशाना
बठिंडा स्थित सेना की छावनी में बुधवार तड़के 4:35 बजे ऑफिसर मेस के पास 80 मीडियम रेजिमेंट की आर्टिलरी यूनिट की बैरक में सो रहे चार जवानों की दो अज्ञात हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां और कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी गई थी। सेना ने किसी आतंकी घटना से इन्कार किया था। जांच में घटनास्थल से इंसास राइफल के 19 खोल मिले थे। सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने कहा कि साथ के जंगल से इंसास राइफल भी बरामद हो गई है। इसे फॉरेंसिक जांच को भेजा जा रहा है ताकि पता चल सके कि हत्या इसी हथियार से हुई है या किसी दूसरे से।
मृतकों की पहचान सागर बन्ने (25), कमलेश आर (24), योगेश कुमार जे. (24) और संतोष एम नागराल (25) के रूप में हुई है। सेना व पंजाब पुलिस की संयुक्त जांच जारी है। सेना ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया जा रहा है। सेना की शिकायत पर दो अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
तीन दिन पहले कैंट के जंगल से मिला था शव
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि तीन दिन पहले कैंट के जंगलों से एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था लेकिन इस बारे में पंजाब पुलिस और सेना के किसी भी अधिकारी ने कोई पुष्टि नहीं की है। हालांकि, उक्त मृतक भी सेना से जुड़ा बताया जा रहा है। जो 3 मीडियम रेजिमेंट में तैनात था। उसकी मौत के असल कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।