छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 20 जुलाई 2021। अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार को खबर आई थी कि डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) और भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) अडाणी समूह की कुछ कंपनियों की जांच कर रहे हैं। जबकि अडाणी समूह ने अहमदाबाद में बयान जारी कर कहा कि उसे हाल ही में सेबी से कोई नोटिस नहीं मिला है और जहां तक डीआरआई के कारण बताओ नोटिस का सवाल है तो वह उसे पांच साल पहले दिया गया था। कंपनी के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि समूह की कंपनियों की सेबी व कस्टम्स विभाग द्वारा जांच की खबरों पर सफाई देते हुए यह बात कही।
छह में से चार कंपनियों में लगा लोअर सर्किट
लेकिन इस बीच गौतम अडाणी की कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई। मंगलवार को शेयर बाजार खुलते ही अडाणी की छह में से तीन कंपनियों में लोअर सर्किट लग गया और कारोबार के कुछ मिनटों बाद ही उनकी एक और कंपनी ने लोअर सर्किट का स्तर छुआ। अन्य दो कंपनियों में भी गिरावट जारी रही। अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी टोटल गैस लिमिटेड, अडाणी ग्रीन और अडाणी पावर के शेयरों में लोअर सर्किट लगा है।
- दोपहर 12 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 2.07 फीसदी की गिरावट के साथ 1352.00 पर था।
- अडाणी पावर का शेयर 4.99 फीसदी नीचे 97.20 के स्तर पर था।
- अडाणी ट्रांसमिशन के शेयर में 5.00 फीसदी की गिरावट आई और यह 920.55 पर था।
- इस दौरान अडाणी टोटल गैस भी 5.00 फीसदी की गिरावट के साथ 813.60 पर था।
- अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में भी गिरावट आई। यह 4.88 फीसदी नीचे 928.50 पर था।
- अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के शेयर 1.49 फीसदी नीचे 663.65 के स्तर पर थे।
वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने सदन में दी थी जानकारी
दरअसल सोमवार को वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने सदन में अडाणी समूह के बारे में बड़ी बात कही थी। चौधरी ने कहा कि डीआरआई और सेबी अडाणी समूह की कुछ कंपनियों की जांच कर रही है। यह जांच सेबी के नियमन संबंधी है। एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट की तरफ से किसी तरह की जांच नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा था कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेश की होल्डिंग अडाणी ग्रुप के शेयरों में डे-टू-डे ट्रेडिंग के आधार पर है। इस बीच अडाणी समूह ने स्पष्टीकरण दिया है कि सेबी से उसे हाल में कोई पत्र नहीं मिला है। जबकि डीआरआई का नोटिस पांच साल पुराना है। मालूम हो कि हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) द्वारा तीन फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स फंड (FPI) का डीमैट अकाउंट ब्लॉक किया गया है। इससे उनकी संपत्ति में गिरावट आई। लेकिन अडाणी समूह ने साफ कहा था कि ये खबर बकवास है और बाजार में अफवाह फैलाई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि एनएसडीएल ने तीन विदेशी फंड्स Albula इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड के खाते फ्रीज किए हैं। इनके पास अडाणी ग्रुप की चार कंपनियों के 43,500 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के शेयर हैं। अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड ने एनएसडीएल द्वारा तीन विदेशी फंड्स के खाते फ्रीज करने की खबर का खंडन किया और कहा कि यह स्पष्ट रूप से गलत है और निवेश करने वाले समुदाय को जानबूझकर गुमराह करने के लिए किया गया है।