
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भोपाल 29 अप्रैल 2025। भोपाल और इंदौर के कॉलेज की छात्राओं को लव जिहाद और उनके साथ दुष्कर्म करने के मामले में सोमवार को लोगों को आक्रोश देखने को मिला। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों को लेकर पुलिस मेडिकल कराने अस्पताल लेकर पहुंची, जहां लोगों ने उनको घेर कर जमकर नारेबाजी की। इसके बाद कोर्ट में पेशी के दौरान वकीलों ने आरोपियों को पीट दिया। कोर्ट परिसर में वकीलों को देख पुलिस ने आरोपियों को पेशी के ढाई घंटे बाद कोर्ट रूम से पुलिस के भारी बंदोबस्त के बाद बाहर निकाला। इससे पहले पुलिस ने आरोपियों को जुलूस भी निकाला।
200 से 300 वकीलों ने कोर्ट परिसर में घेरा
लव जिहाद और यौन शोषण के गंभीर मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों को सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया। कोर्ट परिसर में हालात उस समय बेकाबू हो गए जब बड़ी संख्या में मौजूद वकीलों ने आरोपियों पर हमला कर दिया। इस दौरान झड़प में एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया, जिसके चेहरे से खून बहने लगा। जानकारी के अनुसार आरोपी जब कोर्ट परिसर में लाए गए, तो वहां मौजूद करीब 200 से 300 वकीलों ने नारेबाजी शुरू कर दी। गुस्साए वकीलों ने आरोपियों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए मारपीट की, जिससे उनके कपड़े भी फट गए।
भगवा वस्त्र पहनाकर कोर्ट लाने पर भड़के वकील
इसके बाद हालात को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों को जज आरती आर्य की अदालत में सुरक्षित बैठा दिया और बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। वकीलों ने पुलिस पर यह आरोप भी लगाया कि आरोपियों को भगवा वस्त्र पहनाकर कोर्ट लाया गया, जिससे माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया। इस आरोप पर पुलिस अधिकारियों ने कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से अतिरिक्त फोर्स कोर्ट परिसर में तैनात कर दी गई। सुनवाई के बाद अदालत ने सभी आरोपियों को अलग-अलग अवधि की रिमांड पर भेज दिया है। फरहान खान को 30 अप्रैल तक पुलिस रिमांड में रखने का आदेश दिया गया है। वहीं, सैयद अली को 2 मई तक पुलिस रिमांड में भेजा गया है। जबकि साहिल खान और साद उर्फ सम्स उद्दीन को न्यायिक हिरासत (ज्यूडिशियल रिमांड) में भेजा गया है।
एसआईटी आज इंदौर जा सकती है
लव जिहाद से जुड़े बहुचर्चित मामले में अब तक भोपाल में चार एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें छह आरोपियों के नाम सामने आए हैं। पुलिस ने इनमें से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी-जो बिहार और कोलकाता के रहने वाले अभी फरार हैं। पुलिस की टीमें उनकी तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं। भोपाल पुलिस ने इस मामले में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। इस टीम को अब इंदौर भेजा जा सकता है, जहां इस मामले से जुड़ी दो पीड़िताएं सामने आई हैं। इनमें से एक पीड़िता ने भोपाल में एफआईआर दर्ज कराई है, जबकि दूसरी पीड़िता की ओर से अभी तक औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी इंदौर जाकर दोनों पीड़िताओं से बयान लेने और संभावित साक्ष्य एकत्र करने का प्रयास करेगी। मामले से जुड़े अंतरराज्यीय पहलुओं को देखते हुए भी जांच की जा रही है।