छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
जयपुर 24 फरवरी 2022। राजस्थान सरकार ने बुधवार को राज्य का बजट पेश किया। इसके बाद सरकार ने प्रदेश के सभी 200 विधायकों को नए आईफोन गिफ्ट में दिए। लेकिन इस पर अब राजनीति गर्म है। भाजपा के विधायकों आईफोन को वापस करेंगे। उनका कहना है कि वित्तीय बोझ को ध्यान में रखते हुए हमने आईफोन वापस करने का फैसला किया है। वहीं पिछले साल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट पेश करने के ठीक बाद सभी 200 विधायकों को आई-पैड उपहार में दिया गया था। इस बार दिए गए फोन की कीमत 70,000 रुपये से ऊपर है। बुधवार को मुख्यमंत्री द्वारा बजट पेश किए जाने और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करने के बाद सभी विधायकों को बाहर निकलने के समय एक आईफोन 13 के साथ ब्रीफकेस दिया गया।
विपक्षी भाजपा ने तोहफा लौटाने का फैसला किया
गहलोत सरकार में के एक विधायक ने कहा कि विधानसभा कागज रहित हो रही है और प्रयास सदन के सदस्यों को हाईटेक बनाने का है। साथ ही पीएचईडी मंत्री महेश जोशी ने यह भी कहा कि सिस्टम को पेपरलेस और विधायकों को हाई-टेक बनाने के लिए स्मार्टफोन वितरित किए गए हैं। हालांकि, विपक्षी भाजपा ने तोहफा लौटाने का फैसला किया है।
विधानसभा कागज रहित करने पर सरकार को जार
सरकार के कदम की आलोचना करते हुए, भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि पेपरलेस होना और हाई-टेक बनना अच्छा और स्वागत योग्य है, लेकिन इतनी बड़ी राशि खर्च करना, वह भी तब जब राज्य की अर्थव्यवस्था खराब स्थिति में हो, उचित नहीं है। वासुदेव ने पूछा कि आज का बजट राज्य को 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज की ओर जा रहा है। राजस्व संग्रह घट रहा है। ऐसे में इतना महंगा फोन खरीदना कहां तक जायज है?