छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कांकेर 21 नवंबर 2022। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से नक्सलियों का उत्पात शुरू हो गया है। कांकेर के अलग-अलग इलाकों में रविवार रात से लेकर 12 घंटे तक नक्सली उत्पात मचाते रहे। इस दौरान उन्होंने एक यात्री बस और जिओ के मोबाइल टावर में आग लगा दी। पेड़ काटकर रास्ता भी बाधित किया और कई गांव में पर्चे फेंके हैं। नक्सलियों ने अपने लीडर दर्शन पद्दा और जागेश को फर्जी मुठभेड़ में मारने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कांकेर, नारायणपुर और कोंडागांव जिले में बंद का आह्वान किया है।
15 से 20 की संख्या में पहुंचे थे नक्सली
जानकारी के मुताबिक, कोयलीबेड़ा क्षेत्र में नक्सलियों ने यात्री बस में आग लगाई है। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में पहुंचे नक्सलियों ने बस से चालक और परिचालक को नीचे उतार दिया। फिर बस में आग लगा दी। बस बस्ती में ही खड़ी थी। इसके चलते लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं पंखाजूर इलाके के पीवी-45 में नक्सलियों ने मोबाइल टावर में आग लगाई है। करीब 15 से 20 की संख्या में नक्सली पहुंचे थे। आगजनी से टावर में लगी मशीन और बॉक्स जल गए हैं।
मलांजकुंडुम में पेड़ काटकर रास्ता बंद किया
वहीं मलांजकुंडुम के पास नक्सलियों ने पेड़ काट कर मार्ग बाधित कर दिया। बताया जा रहा है कि नक्सलियों का उत्पात रात 9 बजे से सुबह 9 बजे तक चलता रहा। नक्सलियों ने आसपास के सात से अधिक गांव में बैनर-पोस्टर भी फेंके गए हैं। इसमें 31 अक्तूबर की रात अंतागढ़ ब्लॉक के कडमे में हुई मुठभेड़ को नक्सलियों ने फर्जी बताया है। उन्होंने अपने लीडर दर्शन पद्दा और जागेश की हत्या करने का आरोप लगाया है। साथ ही दोनों की मौत का बदला लेने की बात भी लिखी है।
नक्सली बोले- धोखे से मारा उनके लीडर को
दर्शन पद्दा नक्सलियों की परतापुर एरिया कमेटी का सचिव था। उस पर 39 अपराध दर्ज हैं। दर्शन पर पुलिस ने आठ लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। वहीं जागेश नक्सलियों के स्माल एक्शन टीम का प्रभारी था। इस पर भी आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था। दोनों इनामी नक्सलियों के मुठभेड़ में मारे जाने को कांकेर पुलिस अपनी बड़ी सफलता मान रही है। वहीं नक्सलियों का कहना है कि मुठभेड़ हुई ही नहीं है। उनके लीडरों को पुलिस ने धोखे से मारा है।