
मीर रफीक अली
(छत्तीसगढ़ रिपोर्टर )
दल्ली राजहरा 26 अप्रैल 2025 । छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के चिखलाकसा क्षेत्र में स्थित माथुर सिनेप्लेक्स टॉकीज के सामने एक कार वाशिंग सेंटर का संचालन हो रहा है, जो स्टेट हाईवे से सटा हुआ है। यह सेंटर दोपहिया और चारपहिया वाहनों की धुलाई के लिए प्रेशर वॉश तकनीक का उपयोग करता है, जिससे पानी की तेज धार सड़क पर चलने वाले राहगीरों और अन्य वाहनों पर अनायास ही पड़ जाती है। यह स्थिति गंभीर सड़क हादसों का कारण बन सकती है। हाल ही में, एक मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति तेज पानी की फुहार के कारण संतुलन खो बैठा और ट्रक के पहिए के नीचे आने से बाल-बाल बचा। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया, और उन्होंने संबंधित अधिकारियों से इस समस्या के समाधान की मांग की।
सड़क किनारे वाहन धुलाई केंद्रों के संभावित खतरे हो सकते हैं जिनमें प्रेशर वॉश के दौरान पानी की तेज धार सड़क पर चलने वाले दोपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों पर पड़ सकती है, जिससे वे असंतुलित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं। धुलाई केंद्र के कारण सड़क पर पानी फैल जाता है, जिससे फिसलन होती है और यातायात बाधित होता है। धुलाई के दौरान उपयोग किए जाने वाले रसायन और गंदा पानी सीधे सड़क पर बहता है, जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता है। सार्वजनिक स्थानों पर इस प्रकार के व्यावसायिक गतिविधियाँ मोटर वाहन अधिनियम की धारा 283/290 के तहत दंडनीय हैं, जो सार्वजनिक स्थान पर बाधा उत्पन्न करने से संबंधित हैं।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस को ऐसे अवैध धुलाई केंद्रों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए और उन्हें उचित स्थानों पर स्थानांतरित करना चाहिए। स्थानीय लोगों को इस समस्या के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वे संबंधित अधिकारियों को सूचित कर सकें। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को पर्यावरणीय और यातायात नियमों का पालन करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी गतिविधियाँ सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में न डालें। स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग को इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।