छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 11 जून 2023। आजकल घंटों मोबाइल, लैपटॉप, टीवी पर आंखें गड़ाए रहने से बड़ों के साथ-साथ बच्चों की आंखें भी कमजोर हो रही हैं. लगातार लैपटॉप, मोबाइल, टीवी देखने से आंखों से धुंधला दिखना, पानी आना, जलन, चुभन, ड्राई आई, रेडनेस आदि समस्याएं लोगों को हो रही हैं. कम उम्र में ही लोगों की आंखों की रोशनी कमजोर हो (Weak Eyesight) रही है. कई बार ये सभी समस्याएं हेल्दी डाइट ना लेने के कारण भी होती हैं. पोषक तत्वों की कमी होने से आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है. बेहतर है कि समय रहते ही आप उन चीजों को खाना शुरू कर दें जो आंखों के लिए हेल्दी होने के साथ ही आंखों की रोशनी बढ़ाने में फायदमेंद होती हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां
मेडिकलन्यूजटुडे में छपी एक खबर के अनुसार, आंखों की रोशनी कमजोर होने पर हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना बेस्ट होता है. ये सब्जियां ल्यूटेन और zeaxanthin नामक कम्पाउंड से भरपूर होती हैं. साथ ही ये सब्जियां विटामिन सी से भी भरपूर होती हैं. आप डाइट में पालक, केल आदि को शामिल करें और इनका नियमित सेवन करके अपनी आंखों को रोशनी को बढ़ाएं।
खट्टे फल
खट्टे फलों में विटामिन सी की मात्रा सबसे अधिक होती है. विटामिन ई की तरह विटामिन सी भी एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो उम्र बढ़ने के कारण आंखों को होने वाले नुकसान से बचाता है. आप डाइट में विटामिन सी से भरपूर फलों को शामिल करके अपनी आंखों को हेल्दी रख सकते हैं. इसके लिए आप नींबू, संतरा, अंगूर आदि का सेवन खूब करें।
मछली
कई मछलियों में कुछ ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो आंखों के लिए बेस्ट और जरूरी होते हैं. मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स पाए जाते हैं. यह पोषक तत्व आंखों को हेल्दी रखने के लिए बेहतरीन है. ऑयली फिश वो होती हैं, जिनके पेट और शरीर के टिशू में ऑयल होता है. ऐसे में इन्हें खाने से भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फिश ऑयल की प्राप्ति होती है. आप ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए सैल्मन, टूना, सार्डिन्स आदि मछलियों का सेवन कर सकते हैं. इससे आपकी आंखों की रोशनी तेज होगी, साथ हीसेहत को कई अन्य फायदे भी होंगे।
बीज या सीड्स
कई बीजों के सेवन से आंखों की सेहत दुरुस्त रहती है. मछली, नट्स, फलियों की तरह बीजों को खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है. इन बीजों में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड्स पाए जाते हैं. साथ ही ये विटामिन ई के भी मुख्य स्रोत होते हैं. आंखों को हेल्दी रखने के लिए आप डेली डाइट में चिया सीड्स, अलसी के बीज, हेम्प सीड्स को शामिल कर सकते हैं।
गाजर
इसमें विटामिन ए, बीटा कैरोटीन हाई मात्रा में होते हैं. बीटा कैरोटीन से ही गाजर को नारंगी रंग प्राप्त होता है. विटामिन ए आंखों की दृष्टि को सुधारने में एक आवश्यक भूमिका निभाता है. यह रोडोप्सिन नामक प्रोटीन का एक घटक है, जो रेटिना को प्रकाश को अवशोषित करने में मदद करता है. शरीर को विटामिन ए बनाने के लिए इस पोषक तत्व की आवश्यकता होती है. गाजर का सेवन करके आप आंखों को हेल्दी रख सकते हैं।