
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 07 अप्रैल 2025। तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी के विधायक टी. राजा सिंह ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया और दावा किया कि वक्फ़ (संशोधन) अधिनियम देश में “जमीन जिहाद” को रोकने में मदद करेगा। उन्होंने यह बयान रामनवमी के अवसर पर आयोजित एक शोभा यात्रा को संबोधित करते हुए दिया। विधायक ने कहा कि अब “जमीन जिहाद” करने वाले लोग, जो पहले वक्फ़ का नोटिस चिपका कर भूमि पर कब्जा कर लेते थे, अब ऐसा नहीं कर सकेंगे। इस क़ानूनी संशोधन के कारण यह प्रक्रिया अब बंद हो जाएगी। वक्फ़ (संशोधन) अधिनियम के पारित होने के बाद, टी. राजा सिंह का यह बयान देश में भूमि से संबंधित विवादों को लेकर राजनीतिक और कानूनी बहस को नया मोड़ दे सकता है। भाजपा के इस विधेयक को लेकर कई दलीलें और सवाल उठ रहे हैं, खासकर ओवैसी जैसे नेताओं के द्वारा। अब यह देखना होगा कि आने वाले समय में इस विधेयक को लेकर उच्चतम न्यायालय और अन्य राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया क्या होगी।
वक्फ़ (संशोधन) विधेयक पर विधायक का बयान
टी. राजा सिंह ने आगे कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पारित वक्फ़ (संशोधन) विधेयक के परिणामस्वरूप उठाया गया है। उनके मुताबिक, अब जिन लोगों ने पहले भूमि जिहाद के नाम पर वक्फ़ के माध्यम से भूमि पर कब्जा किया था, उनके लिए यह प्रक्रिया अब कठिन हो जाएगी। इस विधेयक के पारित होने के बाद, वक्फ़ बोर्ड को पहले की तुलना में और अधिक पारदर्शिता और निगरानी के तहत काम करना पड़ेगा। यह विधेयक पिछले सप्ताह संसद के दोनों सदनों में चर्चा और तीखी बहस के बाद पारित किया गया था। इसके बाद, शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसे अपनी मंजूरी दी, जिससे इसे कानून बनाने का रास्ता साफ हो गया।
विधायक का इतिहास पर सवाल
विधायक ने इस अवसर पर सवाल उठाया कि जब भारत स्वतंत्र हुआ था, तब वक्फ़ बोर्ड के पास केवल 4,000 एकड़ ज़मीन थी, लेकिन अब उसके पास 9,50,000 एकड़ ज़मीन कैसे आ गई। सिंह ने यह दावा किया कि अब मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि यह संशोधित कानून उनकी ज़मीन नहीं छीनेगा, बल्कि यह भूमि पर वक्फ़ के अनुशासनहीन इस्तेमाल को नियंत्रित करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के “सबका साथ, सबका विकास” नारे का हवाला देते हुए कहा कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय की भलाई के लिए है और इसका उद्देश्य समाज में समानता और न्याय सुनिश्चित करना है।
असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना
टी. राजा सिंह ने इस अवसर पर असदुद्दीन ओवैसी पर भी हमला किया और उन्हें मुसलमानों का “सबसे बड़ा दुश्मन” बताया। उनका कहना था कि ओवैसी इस कानून के खिलाफ उच्चतम न्यायालय गए हैं, लेकिन उनका ऐसा कदम किसी भी प्रकार से प्रभावी नहीं होगा। ओवैसी ने अपनी याचिका में दावा किया था कि यह संशोधित वक्फ़ कानून वक्फ़, हिंदू, जैन और सिख धर्म के धर्मार्थ न्यासों को दिए गए कई अधिकारों को समाप्त कर देता है। सिंह का कहना था कि ओवैसी और उनकी पार्टी के नेता जो भी प्रयास करें, वह किसी न किसी रूप में विफल होंगे, क्योंकि यह कानून पूरी तरह से पारदर्शी और न्यायसंगत है।