छत्तीसगढ़ रिपोर्टर / मो. साजिद खान
एमसीबी / कोरिया ( सरगुजा) – विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना का राज्य स्तर पर वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। इस वर्चुअल कार्यक्रम को एमसीबी जिले के ग्राम पसौरी और कोरिया जिले के ग्राम पिपरिया- चिल्का में आयोजित किया गया। विभाग से मिली के जानकारी अनुसार इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषकोंं और अन्य हितग्राहियों के निजी भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों के वृक्षारोपण करके सहयोगी संस्था या निजी कंपनियों के माध्यम से इस योजना के हितग्राहियों से उत्पाद वापस खरीद ( buyback) को सुनिश्चित करना है उन हितग्राहियों के आय में बढोत्तरी करना है। इससे काष्ठ एवं प्लाईवुड आधारित उद्योगों को बढावा देते हुए अतिरिक्त कर के रूप में शासन के राजस्व में वृद्धि करके रोजगार सृजन करना है तथा वृक्षारोपण कार्य में सहयोगी संस्थाओं की सहभागिता से शासन के वित्तीय भार को करना है। इस योजना में समस्त वर्ग के इच्छुक भूूमि स्वामी , शासकीय , अर्धशासकीय , शासन के स्वायत्त संस्थाएं , निजी शिक्षण संस्थाएं , निजी ट्रस्ट , गैर शासकीय संस्थाएं ,पंचायतें , भूमि अनुबंध धारक , जो भी अपनी भूमि पर रोपण करना चाहें पात्रता रख सकते हैं। मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना अंतर्गत टिशू कल्चर बांस , क्लोनल नीलगिरी , मिलिया डूबिया(मालाबार नीम) , टिशू कल्चर सागौन , सफेद चंदन से कृषकों की आय बढाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना में औषधीय पौधे जैसे स्टीविया , अश्वगंधा , सर्पगंधा , सतावर भी शामिल है। इस योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को 5 एकड़ तक भूमि पर अधिकतम 5000 पौंधों के रोपण हेतू 100% अनुदान दिया जाएगा तथा वृक्षारोपण 5 एकड़ से अधिक भूमि में होने पर प्रति एकड़ अधिकतम 1000 पौधे पात्र हितग्राहियों को वन विभाग द्वारा निर्धारित वित्तीय अनुदान का 50 प्रतिशत ही दिया जाएगा एव शेष राशि कृषकों को स्वयं वहन करना पडेगा। विभागीय सूत्र से पता चला कि प्लांटेशन में परंपरागत तरिके से रोपण किए गए सागौन के वृक्ष तैयार होने में अधिक समय-सीमा लगती है जबकि टिशू कल्चर से रोपित सागौन 12-15 साल में तैयार हो सकेंगे। इस टीशू कल्चर सागौन वृक्ष को कृषक फसल की तरह तैयार करके बेच.सकेगा।
एमसीबी / कोरिया ( सरगुजा) – विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना का राज्य स्तर पर वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। इस वर्चुअल कार्यक्रम को एमसीबी जिले के ग्राम पसौरी और कोरिया जिले के ग्राम पिपरिया- चिल्का में आयोजित किया गया। विभाग से मिली के जानकारी अनुसार इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषकोंं और अन्य हितग्राहियों के निजी भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों के वृक्षारोपण करके सहयोगी संस्था या निजी कंपनियों के माध्यम से इस योजना के हितग्राहियों से उत्पाद वापस खरीद ( buyback) को सुनिश्चित करना है उन हितग्राहियों के आय में बढोत्तरी करना है। इससे काष्ठ एवं प्लाईवुड आधारित उद्योगों को बढावा देते हुए अतिरिक्त कर के रूप में शासन के राजस्व में वृद्धि करके रोजगार सृजन करना है तथा वृक्षारोपण कार्य में सहयोगी संस्थाओं की सहभागिता से शासन के वित्तीय भार को करना है। इस योजना में समस्त वर्ग के इच्छुक भूूमि स्वामी , शासकीय , अर्धशासकीय , शासन के स्वायत्त संस्थाएं , निजी शिक्षण संस्थाएं , निजी ट्रस्ट , गैर शासकीय संस्थाएं ,पंचायतें , भूमि अनुबंध धारक , जो भी अपनी भूमि पर रोपण करना चाहें पात्रता रख सकते हैं। मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना अंतर्गत टिशू कल्चर बांस , क्लोनल नीलगिरी , मिलिया डूबिया(मालाबार नीम) , टिशू कल्चर सागौन , सफेद चंदन से कृषकों की आय बढाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना में औषधीय पौधे जैसे स्टीविया , अश्वगंधा , सर्पगंधा , सतावर भी शामिल है। इस योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को 5 एकड़ तक भूमि पर अधिकतम 5000 पौंधों के रोपण हेतू 100% अनुदान दिया जाएगा तथा वृक्षारोपण 5 एकड़ से अधिक भूमि में होने पर प्रति एकड़ अधिकतम 1000 पौधे पात्र हितग्राहियों को वन विभाग द्वारा निर्धारित वित्तीय अनुदान का 50 प्रतिशत ही दिया जाएगा एव शेष राशि कृषकों को स्वयं वहन करना पडेगा। विभागीय सूत्र से पता चला कि प्लांटेशन में परंपरागत तरिके से रोपण किए गए सागौन के वृक्ष तैयार होने में अधिक समय-सीमा लगती है जबकि टिशू कल्चर से रोपित सागौन 12-15 साल में तैयार हो सकेंगे। इस टीशू कल्चर सागौन वृक्ष को कृषक फसल की तरह तैयार करके बेच.सकेगा।
एमसीबी के ग्राम पसौरी में वर्चुअल विडियो कांफ्रेसिंग और वृक्षारोपण का आयोजन —
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मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में मुख्यमंत्री वन सम्पदा योजना के माध्यम से वर्ष 2023 हेतु रोपण के लिए 618 हितग्राहियों के द्वारा 1136 एकड़ जमीन पर 8 लाख 62 हज़ार से ज्यादा पौधों का रोपण का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना के तहत छत्तीसगढ़ में वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देना है। बीते मंगलवार को जिला स्तरीय कार्यक्रम में भूमि स्वामी उषा पटेल की भूमि पर वृक्षारोपण कर योजना की शुरुआत की गई। यहां 5 एकड़ भूमि पर टिशू कल्चर सागौन प्रजाति के 1481 पौधों का रोपण किया जना रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने वृक्ष सम्पदा योजना के शुभारंभ के अवसर पर सामुदायिक वन संसाधन अधिकार जारी करने की प्रक्रिया को ट्रेक करने हेतु मोबाईल ऐप और एनटीपीएस (ट्रांसपोर्ट परमिशन) की ऑनलाइन सुविधा का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर शहीद महेन्द्र कर्मा सामाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत हितग्राहियों के खाते में बीमा राशि का भी हस्तांतरण किया। एमसीबी जिले में उपस्थित हितग्राहियों को कलेक्टर, डीएफओ और अतिथियों द्वारा चेक वितरण किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सभापति उषा सिंह, कलेक्टर पीएस ध्रुव, डीएफओ लोकनाथ पटेल, थाना प्रभारी केल्हारी प्रद्युम्न तिवारी , अधिवक्ता रामनरेश पटेल, एसडीओ(वन) के एस कंवर, वनपरिक्षेत्राधिकारी केल्हारी रामसागर कुर्रे, वनपरिक्षेत्राधिकारी बिहापुर लवकुश पांडे, वनपरिक्षेत्राधिकारी जनकपुर चरणकेश्वर सिंह , वनपरिक्षेत्राधिकारी कुंवारपुर शिव प्रसाद ध्रुव सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी एवं आमजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सभापति उषा सिंह, कलेक्टर पीएस ध्रुव, डीएफओ लोकनाथ पटेल, थाना प्रभारी केल्हारी प्रद्युम्न तिवारी , अधिवक्ता रामनरेश पटेल, एसडीओ(वन) के एस कंवर, वनपरिक्षेत्राधिकारी केल्हारी रामसागर कुर्रे, वनपरिक्षेत्राधिकारी बिहापुर लवकुश पांडे, वनपरिक्षेत्राधिकारी जनकपुर चरणकेश्वर सिंह , वनपरिक्षेत्राधिकारी कुंवारपुर शिव प्रसाद ध्रुव सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी एवं आमजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया।
कोरिया जिले के ग्राम पिपरहिया में वर्चुअल विडियो कांफ्रेसिंग और वृक्षारोपण का आयोजन —
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बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री और वनमंत्री के वर्चुअल वीडियो कांफ्रेंसिंग को कोरिया जिले के ग्राम पंचायत पिपरहिया के चिल्का में आयोजित किया गया।
राज्य शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना के शुभारंभ पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बैकुंठपुर विकासखंड के ग्राम पिपरहिया-चिल्का में भूमि स्वामी भुनिला पैंकरा के 10 एकड़ जमीन पर 2500 टिशू कल्चर सागौन के पौधारोपण करने का लक्ष्य रखा गया। इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष रेणुका सिंह, उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी, कोरिया कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल, कोरिया वनमण्डलाधिकारी प्रभाकर खलखो, संचालक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान रामाकृष्ण, सीईओ जिला पंचायत नम्रता जैन, एसडीओ अखिलेश मिश्रा तथा कोरिया जिला कांग्रेसाध्यक्ष नजीर अजहर व स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं हितग्राही तथा आमजन उपस्थित रहे।
जिला स्तरीय आयोजन में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने आमजन को संबोधित करते हुए योजना का लाभ उठाने की अपील की। इस अवसर पर शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा सुरक्षा योजना के अंतर्गत 26 हितग्राहियों के खाते में बीमा की राशि ऑनलाइन ट्रान्सफर किया गया।
योजना का लक्ष्य –
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राज्य में इस योजना के माध्यम से प्रति वर्ष 36 हज़ार एकड़ के मान से कुल 05 वर्षों में 1 लाख 80 हज़ार एकड़ में 15 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। शासन द्वारा चयनित वृक्ष प्रजातियों की खरीदी के लिए प्रतिवर्ष न्यूनतम क्रय मूल्य निर्धारित किया जावेगा, जिससे कृषकों को निश्चित आय प्राप्त हो सके। वनक्षेत्र से बाहर लकड़ी के उत्पादन बढ़ने से काष्ठ आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही कार्बन क्रेडिट के माध्यम से वृक्षो से अतिरिक्त आय प्राप्त होने का संभावना है। योजना अंतर्गत क्लोनल नीलगिरी, टिश्यू कल्चर बांस, सागौन, मालाबार नीम जैसे आर्थिक लाभ देने वाले पौधों का रोपण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है ।
पौधारोपण के दौरान पसौरी में आकर्षक दृश्य–
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इधर कलेक्टर , डीएफओ , जनप्रतिनिधि , वन अमला वृक्षारोपण का कार्य कर रहे थे। दूसरी तरफ उसी पसौरी गाँव के बच्चे वृक्षारोपण को अपने कैमरे में कैद कर रहे आसमान की तरफ सरों के ऊपर उड़ते भौरे जैसे भुनभुनाते ड्रोन कैमरे को अपनी नजरों में कैद कर रहे थे। जैसे गांव के बच्चों के लिए कोई नेमत की चीज उनके गांव पहुंच गई हो।