छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 20 मई 2024। देश में इन दिनों चुनावी मौसम चल रहा है। अब तक कई प्रदेशों में मतदान हो गए हैं और अभी आगे कई राज्यों में कराए जाने हैं। लोकसभा चुनाव के अगले चरण में होने वाले मतदान से पहले राजनीतिक दलों ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। वोटरों को लामबंद करने के लिए विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं और विरोधियों के खिलाफ बयानबाजी का दौर जारी है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक न्यूज एजेंसी को रविवार को इंटरव्यू दिया। पीएम ने कहा कि उन्होंने अल्पसंख्यकों के खिलाफ कभी एक शब्द भी नहीं बोला और भारतीय जनता पार्टी केवल आज ही नहीं, बल्कि कभी भी अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं रही है।
भाषण समाज को बांटने वाले
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि वह किसी को भी ‘खास नागरिक’ के तौर पर स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। बता दें यह बयान विपक्ष की उन आलोचनाओं के बीच आया है, जिसमें कहा जा रहा कि पीएम मोदी के चुनावी भाषण समाज को बांटने वाले और ध्रुवीकरण करने वाले हैं।
कांग्रेस ने संविधान के धर्मनिरपेक्ष तानेबाने की अवहेलना की
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने संविधान के धर्मनिरपेक्ष तानेबाने की अवहेलना की है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उनके भाषणों का उद्देश्य वोट बैंक की राजनीति के साथ साथ अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण करने की विपक्षी दलों की कोशिशों का पर्दाफाश करना है।
अल्पसंख्यकों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला
जब साक्षात्कार के दौरान मोदी से उनके बयानों के कारण अल्पसंख्यकों के बीच पैदा हुई आशंकाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैंने अल्पसंख्यकों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला है। मैं केवल कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति के खिलाफ बोल रहा हूं। कांग्रेस संविधान के विरुद्ध काम कर रही है, यही बात मैं कहता रहा हूं।’
संविधान सभा में मेरी पार्टी का कोई सदस्य नहीं था
मोदी ने कहा कि बीआर आंबेडकर और जवाहरलाल नेहरू समेत भारतीय संविधान के निर्माताओं ने फैसला किया था कि धर्म के आधार पर कोई आरक्षण नहीं होगा। अब उससे पलट जा रहा है। उसका खुलासा करना मेरी जिम्मेदारी है। उस समय संविधान सभा में मेरी पार्टी का कोई सदस्य नहीं था। यह देशभर के उत्कृष्ट लोगों की सभा थी।
प्रधानमंत्री से जब एक बार फिर पूछा गया कि क्या उनके चुनावी भाषणों में कभी अल्पसंख्यकों को निशाना नहीं बनाया गया तो उन्होंने कहा, ‘भाजपा कभी अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं रही। केवल आज ही नहीं, बल्कि कभी भी नहीं।’
कांग्रेस तुष्टीकरण के रास्ते पर चलती है
उन्होंने आगे आरोप लगाया, ‘कांग्रेस तुष्टीकरण के रास्ते पर चलती है। मैं संतुष्टीकरण के रास्ते पर चलता हूं। उनकी राजनीति तुष्टीकरण की है, मेरी राजनीति ‘सबका साथ सबका विकास’ की है। हम ‘सर्व धर्म समभाव’ में विश्वास रखते हैं। हम सभी को अपने साथ लेकर चलना चाहते हैं। हम किसी को खास नागरिक के तौर पर स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं, बल्कि सभी को समान समझते हैं।