छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चेन्नई 03 दिसंबर 2024। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने मंगलवार को तिरुवन्नामलाई जिले के अन्नामलाईयार पहाड़ी में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में पाँच बच्चों समेत सात लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को पाँच-पाँच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। यह घटना 1 दिसंबर 2024 को हुई, जब वीओसी नगर में भारी बारिश के बाद एक चट्टान लुढ़ककर एक मकान पर गिर गई। यह मकान अन्नामलाईयार पहाड़ी के निचले इलाके में स्थित था। घटना के समय उस घर में राजकुमार (32), उनकी पत्नी मीना (27), उनके दो बच्चे और तीन पड़ोसी बच्चे मौजूद थे, जब चट्टान उनके घर पर गिरी, तो मकान मलबे से ढक गया और ये सभी लोग मलबे के नीचे दब गए। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), पुलिस और दमकल विभाग के कर्मियों ने दो दिन तक गहन खोजबीन की। 2 दिसंबर 2024 की शाम को सभी सात शवों को मलबे से बाहर निकाला गया।
मुख्यमंत्री का शोक संदेश
मुख्यमंत्री स्टालिन ने एक प्रेस रिलीज में कहा- मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करता हूं। मैंने मुख्यमंत्री जन राहत कोष से मृतकों के परिजनों को पाँच-पाँच लाख रुपये देने का आदेश दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, चक्रवात ‘फेंगल’ के कारण इलाके में मूसलधार बारिश हुई थी, जिससे पहाड़ की चोटी से मिट्टी दरक गई और एक बड़ी चट्टान लुढ़ककर आवासीय मकान पर गिर गई। मृतकों में राजकुमार, उनकी पत्नी मीना, उनके दो बच्चे और पड़ोसी के तीन बच्चे शामिल हैं, जिनकी उम्र 14 साल से कम थी।
जिलाधिकारी डी भास्कर पांडियन ने बताया कि घटना के बाद राजकुमार को लगा था कि भारी बारिश के कारण उनके घर पर कोई पेड़ गिरा है, जब उन्होंने घर का दरवाजा खोलने की कोशिश की। तभी पहाड़ से लुढ़की चट्टान उनके घर पर गिर गई और पूरा घर मलबे से ढक गया। घटना की जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन ने तत्काल NDRF को सूचित किया और उनके कमांडिंग अधिकारी की अगुवाई में 39 बचाव कर्मियों को भेजा। हालांकि, बचाव दल का प्रयास विफल रहा और सभी सात लोग मलबे में दबकर मृत पाए गए।