छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 11 अगस्त 2024। पूर्व भारतीय मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने अपने कोचिंग करियर के सबसे खराब पल का खुलासा किया है। द्रविड़ का कहना है कि उन्हें दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाने का अफसोस है। भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज द्रविड़ को नवंबर 2021 में कोच नियुक्त किया गया था। द्रविड़ के कार्यकाल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को सेंचुरियन टेस्ट में 113 रनों से हराया था और वह दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीतने के करीब पहुंच गया था, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने अंतिम दो टेस्ट में वापसी की और घर में भारत के खिलाफ टेस्ट में अविजित रहने का रिकॉर्ड बरकरार रखा।
उस सीरीज को याद करते हुए द्रविड़ ने इस अपने कोचिंग करियर का खराब पल बताया। द्रविड़ ने एक स्पोर्ट्स चैनल से कहा, अगर आप मुझे यह पूछें कि सबसे खराब पल क्या है तो मैं दक्षिण अफ्रीका सीरीज को ऐसा मानता हूं। हमने दक्षिण अफ्रीका में पहला टेस्ट जीता था और हमें दो टेस्ट और खेलने थे। हमने कभी दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। हमारे लिए वहां सीरीज जीतने का एक अच्छा अवसर था। हमारे कुछ सीनियर खिलाड़ी उस दौरे पर नहीं थे।
‘टीम सीरीज जीतने के करीब थी’
द्रविड़ ने कहा कि टीम अंतिम दो टेस्ट मैच जीतने के करीब थी और दक्षिण अफ्रीका के सामने बड़ा लक्ष्य रख सकती थी। उन्होंने कहा, रोहित शर्मा चोटिल थे और हमारे पास उस सीरीज में खेलने के लिए ज्यादा सीनियर खिलाड़ी नहीं थे। हम दोनों ही टेस्ट मैचों में जीतने के काफी करीब थे। हमारे पास बड़ा अवसर था। हम अच्छा लक्ष्य देकर मैच जीत सकते थे, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने अच्छा खेल दिखाया। उन्होंने चौथी पारी में लक्ष्य हासिल किया। मैं कहना चाहूंगा कि सीरीज जीतने के करीब आकर ऐसा नहीं कर पाना मेरे कोचिंग करियर खराब पल रहा।
प्रतिबंध के कारण एक मैच नहीं खेले थे कोहली
मालूम हो कि विराट कोहली दूसरे मैच में नहीं खेले थे क्योंकि धीमी ओवर गति को लेकर उन पर एक मैच का प्रतिबंध लगा था। उनकी अनुपस्थिति में केएल राहुल ने दूसरे टेस्ट में कमान संभाली थी। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे टेस्ट में 240 रन का लक्ष्य हासिल किया था और फिर तीसरे टेस्ट में भी टी 212 रनों का लक्ष्य प्राप्त कर सीरीज 2-1 से अपने नाम करने में सफल रही थी। इस सीरीज के बाद कोहली ने कप्तानी छोड़ दी थी।