छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 04 मार्च 2024 । ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगदगुरु स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती राजिम में आयोजित संत समागम में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ पहुंचे हुए है. आज राजधानी रायपुर के बोरियाकला स्थित श्री शंकराचार्य आश्रम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने राजिम कुंभ कल्प और गौ हत्या के मुद्दे पर पत्रकारों से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ आज भी धर्म भूमि हैं, इसलिए उन्हें यहां आना काफी अच्छा लगता है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राजिम में आयोजित होने वाले मेले को कुंभ कल्प का दर्जा दिए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि जो सरकारें होती हैं वह अपनी व्यवस्था करती है. शंकराचार्यों के कहने पर ही कुंभ कल्प शब्द का प्रयोग हुआ है. दोनों ही सरकारें प्रदेश की पहचान ही स्थापित करना चाहती हैं. इस दौरान श्री अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने गौ हत्या को लेकर चिंता जाहिर की।
गौ हत्या बंद करने होगी निर्णायक लड़ाई
शंकराचार्य श्री अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि गौ हत्या और गौ तस्करी रोकने की लगातार मांग उठ रही है, गौ हत्या बंद हो इसके लिए निर्णायक लड़ाई लड़ने वह आने वाले 10 मार्च को 10 मिनट के लिए बंद और 14 मार्च से गोवर्धन गिरी की परिक्रमा कर दिल्ली संसद तक पैदल मार्च करेंगे।
गौ हत्या बंद करने राजनीतिक दल लें संकल्प
शंकराचार्य श्री अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि देश में अमृतकाल चल रहा है, फिर भी गौ हत्याएं हो रही है. अयोध्या में मंदिर बनने के बाद रामराज्य आने की बात कही गई. अगर राम आए हैं तो कुछ तो बदलाव नजर आना चाहिए. राम के आने के बाद तो कम से कम गौ हत्याएं बंद होनी चाहिए. श्री अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए राजनीतिक दलों से देश में गौ हत्या बंद करने के लिए संकल्प लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले ही गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा मिलना चाहिए, जो दल इसका समर्थन नहीं करते उन्हें वोट देने वाले भी गौ हत्या के भागी होंगे।