छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 03 फरवरी 2024। भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को केंद्र सरकार की ओर ‘भारत रत्न’ देने की घोषणा की गई है। इस एलान से छत्तीसगढ़ बीजेपी में हर्ष की लहर है। सभी भाजपाई भारी खुश हैं और इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। प्रदेश के सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को “भारत रत्न” से सम्मानित करने की घोषणा से मन अत्यंत प्रसन्न है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि ‘भारतीय राजनीति के दैदीप्यमान नक्षत्र, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को “भारत रत्न” से सम्मानित करने की घोषणा से मन अत्यंत प्रसन्न है। राजनैतिक क्षेत्र में आपकी गंभीरता एवं दूरदृष्टि से कई विकासपरक कार्य संपादित हुए हैं। सामाजिक क्षेत्रों में आपका योगदान अतुलनीय है। हमारे अभिभावक आडवाणी को अनंत बधाई एवं शुभकामनाएं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने कहा कि भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष, करोड़ों कार्यकर्ताओं के प्रेरणापूंज, राजनीतिक एवं वैचारिक प्रतिबद्धता के आदर्श, भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न देने की घोषणा अत्यंत हर्षित और आनंददायी है। भारतीय जनसंघ और भाजपा के माध्यम से मातृभूमि की सेवा में आडवाणी का त्याग और योगदान अभूतपूर्व है। इस निर्णय के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार।
कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में देश के लिए असाधारण योगदान देने वाले लोगों को ‘भारत रत्न’ दिया जाता है। यह पद्म पुरस्कारों में देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। लालकृष्ण आडवाणी 5 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा से सांसद रहे चुके हैं। 3 बार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष का निर्वहन भी कर चुके हैं। साल 2002 से 2004 तक वह देश के उपप्रधानमंत्री रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “मुझे यह बताते हुए बेहद हर्ष हो रहा है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृहमंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।