छत्तीसगढ़ रिपोर्टर / मो. साजिद खान
एमसीबी ( सरगुजा) 10 अगस्त 2023। संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस दिन को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया। जिसे दुनियाभर के देशों में रहने में वाले आदिवासी अपनी संस्कति , परंपरा अपनी अस्मिता को बनाए और बचाए रखने के लिए उत्सव के रूप में मनाते हैं और दुनियाभर में अपनी परंपरा , संस्कृति वेशभूषा का दर्शन देते हैं। एमसीबी जिलें में भी विश्व आदिवासी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जिले में कहीं इस सरकार द्वारा आदिवासियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का बखान करके और सांस्कृतिक परंपरागत नृत्य प्रस्तुत करके मनाया गया तो कहीं आदिवासी जन आक्रोश सभा और रैली निकाल करके मनाया गया तो कहीं जनजातीय वनवासी एकलव्य की प्रतिभा को याद करके मनाया गया।
स्वामी आत्मानंद स्कूल ग्राउंड में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम —
एमसीबी जिले के मनेन्द्रगढ़ स्वामी आत्मानंद स्कूल के ग्राउंड में बुधवार 9 अगस्त को आयोजित कार्यक्रम से पहले रैली निकाली गई फिर कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति और धरोहर को सहेजने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में समाज सेवियों और शहीदों का सम्मान, समाज के उच्च पद प्राप्त अधिकारियों, 10वीं और 12वीं के टॉपर छात्राओं, प्रगतिशील कृषकों, व्यावसायिक क्षेत्र के ख्यातिप्राप्त नागरिकों, उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्र, विशिष्ट पार्षद और सरपंचगण, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले प्रबुद्धजनों को स्मृति चिह्न और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान लगभग 655 हितग्राहियों को सामग्री वितरण के साथ सम्मानित किया गया। एमसीबी जिला प्रशासन द्वारा सर्व आदिवासी समाज के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में भरतपुर-सोनहत विधायक और मनेन्द्रगढ़ विधायक और सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष शरण सिंह कार्यक्रम में सहयोगी भूमिका में रहे। शामिल रहे। इस कार्यक्रम में कलेक्टर आदिवासी वेशभूषा को धारण किए हुए थे। भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि आदिवासियों के लिए बड़ी खुशी की बात है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में आज के दिन आदिवासियों के सम्मान में संपूर्ण छत्तीसगढ़ में आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। दुनिया के सभी कोने में आदिवासी निवास करते हैं, उनके रीति रिवाज, रहन-सहन, पारंपरिक संस्कृति और धरोहर आदिवासियों की पहचान है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशा अनुसार आदिवासियों के हित में विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। आप सभी शासन की योजनाओं का लाभ लें। मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने सभा में उपस्थित सभी लोगों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आदिवासी समाज को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए हर संभव प्रयास किया है। छत्तीसगढ़ में मूल निवासियों के हितों के संरक्षण के लिए पेसा कानून लागू किया। विभिन्न प्रकार की योजनाएं लाकर वनवासियों की आर्थिक स्थिति में सुधार करने का कार्य किया। कलेक्टर नरेंद्र दुग्गा ने कहा कि आदिवासी समाज निरंतर शिक्षा प्राप्त करें क्योंकि शिक्षा से ही विकास संभव है। आज हमारे आदिवासी भाई बहन डॉक्टर, इंजीनियर बनकर लोगों की सेवा कर रहे हैं एवं अन्य सभी क्षेत्रों में भी बेहतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रकृति के गोद में बसा मनेंद्रगढ़ बहुत ही सुंदर है। यहाँ जल, जंगल और जमीन को बचाना है और पर्यावरण की सुरक्षा करना है। आदिवासियों के हित में काम करना है। उन्होंने सभी को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज श्री शरण सिंह, श्री परमेश्वर सिंह, डॉ. एसएस सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेणुका सिंह, जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ के अध्यक्ष डॉ. विनय शंकर, नगर पालिका परिषद मनेंद्रगढ़ के अध्यक्ष प्रभा पटेल, जिला पंचायत सदस्य उषा करियाम तथा अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में जनसमूह उपस्थित रहा।
मनेन्द्रगढ़ सांस्कृतिक भवन में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम–
वहीं मनेन्द्रगढ़ के ही सांस्कृतिक भवन में गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन एंव गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा द्वारा जन आक्रोश सभा का आयोजन कर शहर में रैली निकाली गई। गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन के उपाध्यक्ष एवं सरगुजा प्रभारी जितेंद्र श्याम ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित विश्व आदिवासी दिवस को खुशी के तौर पर मनाया जाता है लेकिन आज के हालात में भारत के किसी भी राज्य में हमारे बहन बेटियाँ और युवा सुरक्षित नही है उनके साथ अन्याय हो रहा है चाहे वह मणिपुर की घटना हो या मध्यप्रदेश की घटना हो। इसीलिए विश्व आदिवासी दिवस को हम आज जन आक्रोश के रूप में मना रहे हैं। एमसीबी के गोंडवाना जिलाध्यक्ष केवल सिंह मरकाम ने कहा कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय से निर्देश जारी हुआ कि आज के दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आदिवासियों के खुशी मनाने की की जो परंपरा चल रही है लेकिन आज देश में जिस प्रकार से हालात बने हुए हैं। उस स्थति में हम आज खुशी मनाने की स्थति में नही है । इसलिए आज के कार्यक्रम को हम आज विरोध के रूप आदिवासी जन आक्रोश का जगह-जगह समर्थन दे रहे हैं। मणिपुर की घटना ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। हमारी बहन बेटियों को निर्लज्जता के साथ घुमाया गया और घिनौना कृत्य किया गया । जो देश को दहला देने वाली स्थति है। तो ऐसी स्थति में हम खुशी को छोडकर आदिवासी जन आक्रोश के रूप में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
भरतपुर विकासखंड में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम —
दूसरी तरफ एमसीबी जिले के भरतपुर विकासखंड के वनवासी विद्यालय में जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर बुधवार को विद्यार्थियों को पुस्तकें वितरित की और और अपने वक्तव्य में विद्यार्थियों को गुरू द्रोणाचार्य और जनजातीय समुदाय के एकलव्य की कहानी बता कर उन्हे प्रोत्साहित किया । कहा कि इसीलिए एकलव्य नाम से ही यह विद्यालय खुला है कि वंचित तबके के बच्चे एकलव्य में आकर खूब पढें। एकलव्य की भांति प्रयास करें। इतना बडा ज्ञान अर्जित करें कि उनके सामने पूरी दुनिया नतमस्तक हो जाए। इस दिन संयुक्त राष्ट्र संघ नें विश्व आदिवासी दिवस मनाने का निर्णय लिया। सभी को विश्व आदिवासी दिवस बधाई दी।