छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 28 नवंबर 2021। दक्षिण राज्यों में बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त है। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक समेत अन्य राज्यों में हो रही बारिश से बुरा हाल है। लगातार हो रही बारिश से इन राज्यों में कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। कई दिनों से हो रही बारिश से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में स्थिति बिगड़ गई है।
इसी को देखते हुए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेन्नई सहित तटीय तमिलनाडु के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने रविवार को आंध्र प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने नवंबर के आखिरी तक इन राज्यों में बारिश का अनुमान जताया है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से बारिश की संभावना बनी हुई है। यह पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है। इसी के चलते दक्षिण आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु के तटों पर बारिश हो रही है।
अगले तीन दिन और बारिश के आसार
आईएमडी ने यह भी कहा कि एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कोमोरिन क्षेत्र के ऊपर बना हुआ है। इसके प्रभाव में, तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट पर उत्तरपूर्वी हवाओं के साथ, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे, लक्षद्वीप क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिस होने की संभावना है। आईएमडी ने आगे बताया कि अगले तीन दिनों के दौरान दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में भारी से भारी बारिश हो सकती है। इसके बाद बारिश में कमी आने का अनुमान है।
चेन्नई में 200 साल का टूटा रिकॉर्ड
तमिलनाडु में भारी बारिश को लेकर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ट्वीट किया। स्टालिन ने कहा कि चेन्नई में बारिश ने पिछले 200 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। राजधानी चेन्नई में एक महीने में 1,000 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है। उन्होंने राज्य में राहत कार्यों में शामिल लोगों का आभार जताया और अधिकारियों से सतर्क रहने का आग्रह किया। साथ ही आने वाले दिनों में बारिश होने की आशंका जताई।
आंध्र प्रदेश में 44 लोगों की मौत
आंध्र प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से अभी तक करीब 40 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, वहीं दर्जन भर से अधिक लोग लापता हैं। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया कि बारिश और बाढ़ की वजह से 44 लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है, वहीं, 17 लोग लापता हैं। लापता लोगों की तलाश की जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद बारिश पर नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री लगातार अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दे रहे हैं।