छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 12 जून 2023। भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम ने चार बार की चैंपियन दक्षिण कोरिया को 2-1 से हराकर इतिहास रच दिया है। भारत ने जूनियर महिला एशिया कप का खिताब पहली बार जीता है। इससे पहले महिला जूनियर एशिया कप में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2012 में था जब टीम बैंकॉक में पहली बार फाइनल में पहुंची थी, लेकिन चीन से 2-5 से हार गई थी।
प्रधानमंत्री ने की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम को इस जीत पर बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ”2023 महिला हॉकी जूनियर एशिया कप जीतने पर हमारे युवा चैंपियनों को बधाई। टीम ने अपार दृढ़ता, प्रतिभा और टीम वर्क दिखाया है। उन्होंने हमारे देश को बहुत गौरवान्वित किया है। उनके आगे के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दी बधाई
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम को एशिया कप 2023 चैम्पियन बनने पर बधाई दी और कहा कि हमें इस शानदार उपलब्धि पर बहुत गर्व है। खरगे ने कहा, “भारत इतिहास बनाता है! हमारी महिला जूनियर हॉकी टीम को पहली बार एशिया कप खिताब जीतने के लिए बहुत-बहुत बधाई। हमें इस शानदार उपलब्धि पर बहुत गर्व है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस जीत को शानदार और ऐतिहासिक बताया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारतीय महिला हॉकी टीम ने पहली बार जूनियर एशिया कप जीतकर इतिहास रचा है। पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई। देश को आप सभी पर बहुत गर्व है।’’
अनु ने किया मैच का पहला गोल
पहला क्वार्टर गोल रहित बराबर रहने के बाद भारत ने 22वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर पर अनु के गोल की बदौलत बढ़त बनाई। जापान के खिलाफ सेमीफाइनल की निराशा को पीछे छोड़ते हुए अनु ने गोलकीपर के बाईं ओर से गोल दागते हुए भारत को 1-0 से आगे किया।
नीलम का गोल साबित हुआ निर्णायक
दक्षिण कोरिया ने हालांकि तीन मिनट बाद पार्क सियो यिओन के गोल की बदौलत स्कोर 1-1 कर दिया। नीलम ने 41वें मिनट में दक्षिण कोरिया की गोलकीपर के दाईं ओर से गोल दागकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया जो निर्णायक स्कोर साबित हुआ।
कोरोना के कारण दो साल बाद हुआ टूर्नामेंट
भारतीय टीम की रक्षक पंक्ति ने तीसरे क्वार्टर में बढ़त कायम रखने में मदद की। इसके बाद अंतिम क्वार्टर में दक्षिण कोरिया ने पेनाल्टी कॉर्नर तो काफी अर्जित किए लेकिन उन्हें भुना नहीं सकी। इस टूर्नामेंट का आयोजन 2021 में ही होना था लेकिन कोरोना की वजह से दो साल की देरी से खेला गया।