छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मोहाली (पंजाब) 18 मई 2022। मोहाली सीमा पर पंजाब सरकार के खिलाफ पक्का मोर्चा लगा कर बैठे किसानों ने बुधवार की सुबह एक आपात बैठक गुरुद्वारा श्री अंब साहिब में की। किसानों ने कहा कि वह चंडीगढ़-मोहाली की सीमा पर डटे रहेंगे। फिलहाल अभी चंडीगढ़ कूच नहीं करेंगे। किसानों की निगाहें पंजाब कैबिनेट की बैठक पर टिकीं हैं। किसान नेताओं ने कहा कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक हम वापस नहीं जाएंगे। किसानों का कहना है कि एकदम से चंडीगढ़ सीमा पर नहीं पहुंचे हैं बल्कि एक लंबे समय से सरकार से बातचीत चल रही थी। जब बातचीत सिरे नहीं चढ़ी तो उन्होंने यह राह चुनी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार देर रात दिल्ली से लौटते के बाद कहा था कि किसानों का यह फैसला उचित नहीं है। वह भी किसान के बेटे हैं और किसानों के दर्द को अच्छी तरह समझते हैं। उन्होंने कहा कि सारी समस्या का हल बातचीत से ही निकलेगा। दूसरी तरफ किसानों का कहना है कि वह काफी समय से इस मामले को हल करने में लगे हैं। सरकार बातों से काम चला रही है। अगर अधिसूचना जारी कर दी जाए तो सारी समस्या का हल हो जाएगा।
किसानों के मददगार बने इंद्रदेव
मंगलवार रात किसानों ने खुले आसमान के नीचे सड़कों और फुटपाथ पर रात बिताई। हालांकि रात को गर्मी अधिक थी लेकिन देर रात हुई बारिश से थोड़ी राहत जरूर मिली है। धरनास्थल पर बादल छाए हैं। कई जिलों से किसान चंडीगढ़-मोहाली की सीमा पर पहुंच रहे हैं। धरनास्थल पर चाय आदि की व्यवस्था की गई है।
वाईपीएस चौक से मोहाली में एंट्री नहीं
अगर आप मोहाली से चंडीगढ़ जाना चाहते हैं या फिर चंडीगढ़ से मोहाली आना है तो बाईपास रोड को ना चुने, क्योंकि वहां पर किसानों का संघर्ष चल रहा है। इस रोड पर आवाजाही बंद है। इसके अलावा अन्य सभी सड़कों पर आवागमन सुचारू रूप से जारी है। पुलिस की तरफ से सारी व्यवस्था की गई है।